नाहनः विजिलेंस ने नाहन की विशेष अदालत में एक पूर्व प्रधान, जेई व तकनीकी सहायता के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. विजिलेंस ने पंचायत के विकास कार्यों में अनियमिताएं बरतने व सरकारी धनराशि के दुरूप्योग को लेकर यह चार्जशीट अदालत में पेश की है.
ठोठा जाखल पंचायत में आया था गड़बड़झाले का मामला
मामला 2012 में सिरमौर जिला की ठोठा जाखल पंचायत से जुड़ा है. विजिलेंस के माध्यम से अदालत में संबंधित पंचायत की पूर्व प्रधान, बीडीओ कार्यालय के जेई व तकनीकी सहायक के खिलाफ यह चार्जशीट दायर हुई है. बताया गया कि साल 2012 में सरकारी धनराशि का जमकर दुरुपयोग हुआ.
तीनों ने मिलकर 5 लाख किए थे गबन
पंचायत में विकास कार्यों के नाम पर तत्कालीन पंचायत प्रधान ने जेई व तकनीकी सहायक के साथ मिलकर करीब 5 लाख रुपये की धनराशि का गबन किया. उस समय पंचायत के विकास कार्यों में गड़बड़ी की आशंका को लेकर इसकी शिकायत विजिलेंस से की गई थी. इसके बाद विजिलेंस ने मामला दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर की. मामले की जांच पूरी करने के बाद विजिलेंस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ विशेष न्यायाधीश नाहन की अदालत में चार्जशीट दाखिल की.
तीनों आरोपियों पर गंभीर आरोप
आरोपों के मुताबिक, ठोठा जाखल पंचायत प्रधान ने बीडीओ कार्यालय पांवटा साहिब में तैनात पंचायत सहायक और जेई के साथ साजिश रच पंचायत में विभिन्न विकास कार्यों के लिए सरकारी धन स्वीकृत करवाया. मामले की जांच के बाद पता चला है कि तीनों आरोपियों ने जाली वाउचर व बिल बनवाए और मेजरमेंट बुक में गलत प्रविष्टियां की, ताकि विकास कार्यों के लिए सरकारी धन का गबन किया जा सके.
यही नहीं, पूर्व पंचायत प्रधान ने सरकारी धन से एक सुरक्षा दीवार का निर्माण अपने घर की सुरक्षा के लिए करवाया, जिसका केवल निजी हित था. जबकि कागजों पर इसका निर्माण कहीं और ही दिखाया गया.
विजिलेंस के डीएसपी ने की मामले की पुष्टि
विजिलेंस डीएसपी तरणजीत सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि सरकारी धनराशि के दुरूपयोग, पंचायत के विकास कार्यों में अनियमितताएं बरतने और सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ के आरोप में पूर्व पंचायत प्रधान सहित जेई व तकनीकी सहायक के खिलाफ विशेष न्यायाधीश की अदालत में मामला दर्ज किया गया है.
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