नाहन: प्रदेश में बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए सिरमौर प्रशासन ने भी सुरक्षा के मद्देनजर उचित कदम उठाए है. तीन राज्यों की सीमाओं के साथ सटे सिरमौर जिला में इंटर स्टेट नाकों पर टीमें तैनात कर दी गई है.
दरअसल जिला दंडाधिकारी एवं डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 34 एम के पशुपालन विभाग वन विभाग व वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों को विशेष रूप से पक्षियों के व्यवहार पर नजर बनाए रखने के आदेश जारी कर दिए है.
डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी पंख नुमा पक्षियों को न खाए जाने की भी हिदायत
जारी आदेशों के तहत अगर कोई पक्षी या पशु की अस्वाभाविक डेथ दिखाई देती है तो उसे बगैर जांच के डिस्पोज नहीं किया जाएगा. इसके साथ-साथ पंख नुमा पक्षियों को न खाए जाने की भी हिदायत दी गई है. डीसी ने बताया कि केरल राजस्थान मध्य प्रदेश के बाद हिमाचल चैथा ऐसा राज्य बन गया है, जहां बर्ड फ्लू की पुष्टि की गई है.
रैपिड रिस्पांस टीम का गठन
जिसके बाद जिला में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए संबधित विभागों के सहयोग से रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है. डीसी ने आदेश जारी करते हुए पशु चिकित्सक सचिन बिंद्रा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है. डीसी ने रेणुका, पांवटा साहिब क्षेत्र में पड़ोसी राज्यों से प्रवासी पक्षियों के आवागमन को देखते हुए जिला वासियों से सतर्क रहने की अपील की है.
डीसी ने कहा कि पुलिस प्रशासन को भी पड़ोसी राज्यों से आने वाले मुर्गो इत्यादि पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए है. डीसी ने कहा कि प्रशासन ने हेचरी सहित जहां पर पक्षी रखे गए हैं उनको भी सावधान किया है और चेकिंग भी शुरू की गई है. जिला के साथ लगते हरियाणा की सीमा पर कालाअंब और पांवटा साहिब में भी सीमा पर निगरानी के निर्देश दिए गए हैं.
15 सेकेंड तक धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें
सिरमौर प्रशासन ने यह भी कहा कि बर्ड फ्लू से बचाव के लिए हाथों को 15 सेकेंड तक धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें. पोल्ट्री फार्म में काम करने के लिए डिस्पोजेबल ग्लव्स पहनें और इस्तेमाल के बाद इन्हें नष्ट कर दें. छींकने या खांसने से पहले मुंह को अच्छे से ढक लें. भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें.