शिमला: चमियाणा में बना अटल सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक शोपीस बनकर रह गया है. हैरानी की बात है कि इस ब्लॉक के लिए अभी तक एंबुलेंस रोड तक पास नहीं हुआ है. ऐसे में अब लोग विभाग पर सवाल उठा रहे हैं. इस ब्लॉक का पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ठाकुर ने 7 माह पहले लोकार्पण किया था. उसके बाद से यहां पर न तो मरीजों का इलाज शुरू हुआ और न ही स्टाफ की नियुक्तियां की गई.
इलाज के दौरान पैदल करना पडे़गा सफर: सरकार व विभाग द्वारा इस सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक को लेकर दावें तो एक से बढक़र किए जा रहे थे, लेकिन दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. इस सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक को आईजीएमसी में भीड़ को कम करने के उद्देश्य से बनाया गया है, लेकिन मरीजों का उपचार कब से शुरू होगा इसका कोई पता नहीं है. यहां पर सबसे पहले तो एंबुलेंस रोड पास होना चाहिए था, लेकिन विभाग इसको लेकर कोई कदम नहीं उठा रहा. अगर यहां पर इलाज शुरू भी हो जाता है मरीजों को पैदल सफर करने को भी मजबूर होना पड़ेगा, क्योंकि चमियाणा शहर से भी काफी दूर है.
इतनी लागत :चमियाणा में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना-3 के तहत 262 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित अटल अति विशिष्ट (सुपर स्पेशियलिटी) आयुर्विज्ञान संस्थान का लोकापर्ण किया गया. साथ ही 25 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले क्रिटिकल केयर ब्लॉक और 42 करोड़ रुपए की लागत के एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर की आधारशिला भी रखी गई है.