शिमला: हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियों में देश-विदेश से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं, लेकिन कई ऐसे भी पर्यटक हैं जो यहां पर आकर अपनी जान ही गवां बैठते हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि कई पर्यटक यहां पर पहुंचकर बर्फबारी वह अन्य खूबसूरत पर्यटन स्थलों को देखने का रुख करते हैं लेकिन वाहन चलाने की सही जानकारी ना होने के कारण हादसे के शिकार हो जाते हैं.
ऐसे कई मामले शिमला जिला के नारकंडा के खूबसूरत स्थल के आसपास देखने को मिल रहे हैं. हाल ही में नारकंडा से बागी रोड पर 1 महीने के अंदर 5 से 6 पर्यटकों की मौत हो चुकी है. इसका मुख्य कारण रैश ड्राइविंग होना बताया जा रहा है. बाहरी राज्य से यहां पर पर्यटक अपने वाहनों को लेकर आते हैं लेकिन यह क्षेत्र एक पहाड़ी क्षेत्र है.
धीमी गति से चलाएं वाहन
यहां पर वाहनों को धीमी गति से चलाना सुरक्षा का मुख्य नियम है. बाहरी राज्य से आने वाले पर्यटक अधिकतर यहां पर आकर रैश ड्राइविंग, नशे में या फिर फोन सुनकर भी करते हैं. ऐसे में ही यह पर्यटक हादसों का शिकार हो जाते हैं
इसके लिए उन्हें बार-बार एहतियात बरतने के लिए पुलिस भी जागरूक करती है लेकिन कई ऐसे भी पर्यटक हैं जो नियमों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी करते हैं और अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठते है. वहीं, इसको लेकर डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर ने शिमला जिला के नारकंडा व आसपास की खुबसूरत पर्यटन स्थलों में घूमने आ रहे पर्यटकों से अपील की है कि यहां आने वाले पर्यटक अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें. उन्होंने बताया कि जब आसपास के क्षेत्र में बर्फबारी हो होती है तो उस स्थल का रुख गलती से भी ना करें.
रैश ड्राइविंग ना करें
इसके साथ उन्होंने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र में रैश ड्राइविंग बिल्कुल भी ना करें. फोन सुनते हुए और नशे की हालत में कोई भी व्यक्ति वाहन को ना चलाएं, अन्यथा अपनी जिंदगी वह परिवार से हाथ धोना पड़ता है. डीएसपी ने बताया कि हाल ही में नारकंडा बागी सड़क पर लगभग 6 से 7 पर्यटकों की मौत हो गई है, जिसमें रैश ड्राइविंग एक वजह बताई जा रही है. ऐसे में उन्होंने पर्यटकों से बार-बार आग्रह किया है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से अपने वाहनों को चलाएं.
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