शिमला:हिमाचल प्रदेशमें 47वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस मौके पर सभी जिला मुख्यालयों में ध्वजारोहण समारोह आयोजित किए गए. हिमाचल में गणतंत्र दिवस का राज्य स्तरीय कार्यक्रम शिमला के रिज मैदान पर आयोजित किया गया. जहां राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने ध्वजारोहण कर कार्यक्रम शुरुआत की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी विशेष रूप से मौजूद हैं. सबसे पहले राज्यपाल ने परेड की सलामी ली। इसके बाद विभिन्न विभागों की सुंदर झांकियां मंच के आगे से गुजरीं.
गणतंत्र दिवस समारोह में मौसम ने भी पूरा साथ दिया. 2 दिन के बाद खिली धूप में लोग भारी संख्या में गणतंत्र दिवस समारोह देखने रिज पर जुटे थे. रिज मैदान पर सुबह 11 बजे राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने 11:02 मिनट पर ध्वजारोहण किया. राष्ट्रीय गान के बाद कार्यक्रम की विधिवित शुरुआत हुई. विभिन्न जिलों के सांस्कृतिक दलों ने हिमाचल की लोक संस्कृति को प्रस्तुत कर दर्शकों का मनोरंजन किया. वहीं, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सांस्कृतिक दल ने मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना पर लघु नाटिका पेश की.
सुखाश्रय योजना की दिखी झलक:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा चलाई जा रही सुखाश्रय योजना की झलक भी रिज पर देखने को मिली. जिसके तहत 101 करोड़ का सुखाश्रय कोष बनाकर विधवा, निराश्रित महिलाओं और बेसहारा बच्चों को आर्थिक मदद मिलेगी. इस कोष के जरिए बच्चों को हायर एजुकेशन के बाद उनकी चॉइस के हिसाब से इंजीनियरिंग, मेडिकल के स्पेशल कोर्स करवाए जाएंगे. ताकि भविष्य में इन्हें रोजगार के बेहतर अवसर मिले.
40 विधायक देंगे एक-एक लाख:सुखाश्रय योजना पर इस लघु नाटिका के माध्यम से लोगों को बताया गया कि योजना की शुरुआत आश्रमों में रह रहे बच्चों और वृद्ध लोगों की सेवा के लिए की गई है. इसमें कांग्रेस के सभी 40 विधायक अपने वेतन से 1-1 लाख रुपए देंगे, ताकि योजना के लिए बजट का प्रावधान हो सके. मुख्यमंत्री ने इस योजना के लिए 101 करोड़ के बजट की घोषणा की है.