शिमला: प्रदेश में बारिश न होने के कारण इस बार जंगलों में आग के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अभी तक प्रदेश में वनों की आग के 900 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार आग लगने का सबसे बड़ा कारण मानवीय गलतियां हैं. इनको रोकने के लिए प्रदेश सरकार पूरी कोशिश कर रही है.
कैबिनेट से अप्रूवल के बाद हेलिकॉप्टर का होगा प्रयोग
वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि वनों की आग को नियंत्रित करने के किए कैबिनेट के अप्रूवल के बाद हेलिकॉप्टर का प्रयोग किया जाएगा. इसके लिए 22 अप्रैल वाली कैबिनेट में प्रस्ताव लाने की कोशिश करेंगे. इस बार प्रदेश में अपेक्षाकृत कम बारिश हुई है. फरवरी महीने में 82 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है. मार्च महीने में 62 प्रतिशत कम बारिश दर्ज हुई है. इसके कारण सूखा अधिक पड़ गया और आग की घटनाएं बढ़ना शुरू हो गई. प्रदेश के वनों में आग लगने की समस्या का सालों बाद भी कोई समाधान नहीं निकल पाया है.
2016-17 से 2019-20 तक 3.5 करोड़ का नुकसान