शिमला: कोरोना संक्रमण का ग्रहण फलों के कारोबार पर भी लगा है. कोरोना लॉकडाउन के चलते नेपाल से इस बार मजदूर नहीं आ पाएंगे, ऐसे में बागवानों को मजदूरों की समस्या से जूझना पड़ सकता है. वहीं, हिमाचल कांग्रेस ने प्रदेश सरकार से नेपाल से मजदूरों को लाने की व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि बागवानों को सीजन के दौरान मजदूरों की कमी से न जूझना पड़े.
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन के चलते पहले ही प्रदेश से अधिकतर मजदूर पलायन कर चुके हैं और इस बार नेपाल से भी मजदूर नहीं आ पाएंगे, ऐसे में सेब सीजन के दौरान मजदूरों की कमी सबसे बड़ी परेशानी है.
कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि नेपाल से सरकार मजदूरों को लाने के लिए व्यवस्था करे ताकि सेब सीजन में मजदूरों की कमी न हो. उन्होंने कहा कि हर साल इन दिनों नेपाल से मजदूर आने शुरू हो जाते थे, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते मजदूर नहीं आ पा रहे हैं.
सेब सीजन में अधिकतर मजदूर नेपाली ही होते हैं और उनके द्वारा ही सेब का तुड़ान करने के साथ सेब ढुलाई का काम किया जाता है. सेब पर पहले ही मौसम की मार पड़ी है. वहीं, अब मजदूरों के न आने से बागवानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
बता दें कि सेब हिमाचल की आर्थिकी में बहुत बड़ा योगदान है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते बागवानों की मुश्किलें बढ़ सकती है. एक तरफ जहां मजदूरों की कमी से सेब पर असर पड़ेगा तो वहीं, इस बार सेब के अच्छे दाम न मिलने की चिंता भी बागवानों को सताने लगी है.