शिमलाः यूं तो सरकारी महकमे में अधिकारियों और कर्मचारियों की ट्रांसफर को बेहद आम माना जाता है. यह रूटीन प्रक्रिया का हिस्सा होती हैं, लेकिन शिमला सिटी के रीजनल मैनेजर देवासन नेगी की ट्रांसफर पर प्रदेश भर में बवाल मच गया है. एचआरटीसी ड्राइवर कंडक्टर शुक्रवार दोपहर 3 बजे से हड़ताल पर बैठे हैं.
शुक्रवार को शिमला में बस संचालन बंद किया गया. इसके बाद अब एचआरटीसी कर्मचारियों ने प्रदेश भर में एचआरटीसी सेवाएं बंद करने का आवाहन किया है. कर्मचारियों के विरोध की वजह से लोकल और अंतरराज्यीय बस सेवाएं प्रभावित हुई हैं.
एचआरटीसी यूनियन शिमला लोकल यूनिट के अध्यक्ष मनोज शर्मा ने कहा कि आरएम देवासन नेगी की ट्रांसफर निजी बस संचालकों के दबाव में की गई है. उन्होंने कहा कि एचआरटीसी प्रशासन निजी बस संचालकों के दबाव में काम कर रहा है. उन्होंने इसे पूरी तरह गलत बताया है. मनोज शर्मा ने कहा कि वह ईमानदार अधिकारियों के साथ हमेशा खड़े रहते हैं. आरएम देवासन नेगी स्थान पर यदि कोई और भी होता, तो भी इसी तरह अधिकारी का साथ देते.
एचआरटीसी ड्राइवर-कंडक्टर की हड़ताल के कारण न केवल लोकल रूट बल्कि अंतरराज्यीय बस रूट बाधित हो गए हैं. एचआरटीसी कर्मचारियों ने सभी रूट बंद करने का आवाहन किया है. इसकी वजह से आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कमोबेश यही हालात हिमाचल प्रदेश के तमाम हिस्सों में देखने को मिल रहे हैं. एचआरटीसी कर्मचारियों ने स्पष्ट किया है कि जब तक आराम देवासन नेगी की ट्रांसफर ऑर्डर रद्द नहीं किए जाते, तब तक कि धरना इसी तरह जारी रहेगा और एचआरटीसी अपनी सेवाएं नहीं देगा. इसके अलावा एचआरटीसी ड्राइवर-कंडक्टर ने मैनेजमेंट से उनके 37 महीने के नाइट डीयू को भी क्लियर करने की मांग उठाई है.
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