शिमलाः हिमाचल प्रदेश में अनलॉक 2.0 के साथ बीच पर्यटकों की आमद में बढ़ोतरी देखने को मिली है. कोरोना की वजह से कर्फ्यू के दौरान हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों के न आने से पर्यटन कारोबारियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा. पहली लहर के समय लड़खड़ा रहा पर्यटन कारोबार दूसरी लहर में धड़ाम हो गया.
हिमाचल प्रदेश में अनलॉक के साथ पर्यटन कारोबार के पटरी पर लौटने की उम्मीद जगी है. हिमाचल में बुरी तरह प्रभावित हुआ पर्यटन कारोबार धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ेगा. हिमाचल के प्रमुख पर्यटन नगरी शिमला, कुल्लू, मनाली, डलहौजी समेत अन्य पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की आमद में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
एक आंकड़े के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में करीब 15 हजार गाड़ियों ने प्रवेश किया. पर्यटकों की आमद से पर्यटन कारोबार से जुड़े टैक्सी संचालकों, फोटोग्राफर, घोड़ा संचालक, टूर एंड ट्रेवल, होटल-रेस्टोरेंट मालिक और ढाबा संचालकों को फायदा होने की उम्मीद बढ़ी है.
बीते 60 घंटे में शिमला आईं 8 हजार से ज्यादा गाड़ियां
हिमाचल प्रदेश की राजधानी और पहाड़ों की रानी शिमला में बीते 60 घंटों में करीब आठ हजार एक सौ गाड़ियों ने प्रवेश किया. हालांकि इन गाड़ियों में स्थानीय लोगों की गाड़ियां भी शामिल हैं, लेकिन इससे सहज ही यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की आमद में भारी बढ़ोतरी हुई है.
शिमला में इन दिनों होटल में करीब 30 फीसदी ऑक्यूपेंसी है. बीते दिनों खाली पड़े शिमला के रेस्टोरेंट में पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों की भी चहल-पहल देखने को मिल रही है. ऐसे में यह माना जा सकता है कि कोरोना का कहर कम होने पर जन जीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है.
कारोबार के पटरी पर लौटने की उम्मीद
शिमला होटल रेस्टोरेंट एंड एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सूद ने कहा कि एक बार फिर से पर्यटन कारोबार के पटरी पर लौटने की पूरी उम्मीद है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से आरटी-पीसीआर की अनिवार्यता हटाने के बाद प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली है.
हालांकि आम सालों के मुकाबले यह संख्या बहुत कम है, लेकिन कोरोना के बीच इस संख्या को ठीक-ठाक माना जा सकता है. हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों के आने से पर्यटन कारोबारियों की उम्मीद जगी है. कोरोना की वजह से कारोबार बहुत बुरी तरह प्रभावित हुआ. अब धीरे-धीरे कारोबार पटरी पर लौट रहा है और जल्दी रफ्तार भी पकड़ लेगा.