शिमला:'बिहारी आर्किटेक्ट्स' वाले कथित बयान पर घमासान मचने के बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसका खंडन किया है. उन्होंने कहा बिहार के लोग हमारे भाइयों की तरह हैं. हिमाचल में इमारतों को हुए नुकसान के पीछे स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की गलती है. बाढ़ में हिमाचल में बिहार के लोग भी फंस गए थे, जिन्हें हमने हेलीकॉप्टर के जरिए निकाला है.
इमारतों के गिरने पर नीतिगत बदलाव को लेकर सवाल पर सुक्खू ने कहा अतीत में जल निकासी व्यवस्था पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया. अनुचित जल निकासी के कारण, पानी पहाड़ियों में रिसता रहता है, जिससे पहाड़ कमजोर हो जाते हैं. जब इस पहाड़ पर निर्माण होता है तो आपदा आने पर जान और माल का नुकसान होता है. उन्होंने कहा कि राज्य में क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे के पुनर्निमाण में अभी एक साल का समय लगेगा.
गौरतलब है कि एक अखबार ने सीएम सुक्खू के हवाले से खबर प्रकाशित की थी, जिसके अनुसार सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि प्रवासी आर्किटेक्ट, जिन्हें मैं 'बिहारी आर्किटेक्ट' कहता हूं, यहां आते हैं और फ्लोर पर फ्लोर का निर्माण करते हैं. वहीं, इस बयान के प्रकाशित होने के बाद सीएम सुक्खू को सोशल मीडिया पर भी निशाने पर आ गए हैं.
जिसके बाद इस कथित बयान का सीएम सुक्खू ने खंडन किया है. उन्होंने कहा "मैंने ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया है. हिमाचल में आई आपदा में बिहार के भी लोग फंसे हुए थे, जिन्हें मैंने हेलीकॉप्टर से रेक्स्यू करवाया है. अभी भी लगभग 200 बिहार के लोग यहां फंसे हुए हैं. वे हमारे भाइयों की तरह हैं. सीएम ने माना कि यह स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की गलती है, वे सिर्फ मजदूर हैं".