शिमला:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल छोटा शिमला के वार्षिक समारोह में शामिल हुए. मुख्यमंत्री इसी स्कूल के छात्र रहे हैं. मुख्यमंत्री ने इस स्कूल को स्मार्ट स्कूल में बदलने के लिए 50 लाख रुपये देने का ऐलान किया. उन्होंने डिजिटल डिस्प्ले और ऑनलाइन व ऑफलाइन स्टडी की सुविधा के साथ स्कूल को स्मार्ट कक्षाओं में बदलने की भी घोषणा की.
उन्होंने कहा कि स्कूल में एक डिजिटल लाइब्रेरी और डिजिटल ऑफिस स्थापित किया जाएगा और इससे ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीकों से दाखिला छात्रों को मिलेगा. उन्होंने कहा कि सभी घोषणाओं को दो महीने के भीतर कार्यान्वित किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने स्कूल में छात्रों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम की सराहना की. उन्होंने कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले छात्रों के लिए 2 लाख रुपये देने का ऐलान भी किया.
शिक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि शिक्षा उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि सरकार छात्रों को गुणात्मक शिक्षा देने के लिए बड़े फैसले ले रही है, जिससे की वे भविष्य की चुनौतियों का सामना कर अपना लक्ष्य हासिल कर सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों को शिक्षा क्षेत्र में अत्याधुनिक सुविधाएं देने के लिए प्रदेश में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल खोले जाएंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने आगामी 10 वर्षों में पूरी शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि सरकार का पहला बजट शिक्षा क्षेत्र को मजबूत करने पर केंद्रित होगा. उन्होंने कहा कि छात्रों को गुणात्मक शिक्षा देने के लिए अध्यापकों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.
नए कोर्स शुरू करेगी सरकार:मुख्यमंत्री ने कहा कि समय बदल रहा है और राज्य सरकार बजट में शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ नए कोर्स शुरू करेगी ताकि छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार शिक्षा मिले. उन्होंने कहा कि निराश्रित बच्चों की मदद के लिए सरकार ने 101 करोड़ रुपये की लागत से मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना शुरू की है, जिससे छः हजार अनाथ बच्चे लाभान्वित होंगे. उन्होंने कहा कि सरकार अनाथ बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट के रूप में गोद लेगी और उनकी शिक्षा, पॉकेट मनी आदि आवश्यकताएं पूरा करने के लिए धन उपलब्ध कराएगी.