शिमला:हिमाचल में विधानसभा चुनाव में अबकी बार कड़े मुकाबले के आसार को देखते हुए बागियों की सरकार बनाने में अहम भूमिका हो सकती है. हिमाचल में इस बार रिकार्ड संख्या में करीब 26 बागी चुनावी मैदान में है. भाजपा ने इनमें से जीत की संभावना रखने वाले बागियों पर नजर गड़ा दी है. अभी कम से कम छह सीटों पर बागी जीतने की क्षमता रखते हुए प्रतीत हो रहे हैं. ऐसे में भाजपा उन्हें अपने पाले में लाने के लिए रणनीति तैयार कर रही है. (himachal assembly elections 2022) (BJP in touch with rebel leaders)
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे लेकिन इससे भाजपा ने सरकार बनाने के लिए अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी हैं. भाजपा चुनावी प्रदर्शन को लेकर मंथन में जुटी हुई है. हिमाचल की सतारूढ़ भाजपा एक-एक सीट की रिपोर्ट ले रही है और इसके आधार पर आगे सरकार बनाने की संभावना पर भी प्लानिंग कर रही है. भाजपा अबकी बार रिवाज बदलने की रणनीति पर काम कर रही है. चुनावों से पहले जहां पार्टी ने केंद्र और हिमाचल सरकार की नीतियों का जमकर प्रचार किया और चुनावों में अपने बड़े-बड़े नेताओं को प्रचार में झोंका. वहीं, अब सरकार बनाने के लिए बागियों के प्रदर्शन का भी वह रिपोर्ट कार्ड तैयार कर रही है.
इन सीटों पर हैं भाजपा के बागी:हिमाचल में अबकी बार बागी रिकार्ड संख्या में चुनावी मैदान में है. अबकी बार कुल मिलाकर करीब 26 निर्दलीय चुनावी समर में कूदे हैं, जो कि कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए चुनौती बने हुए हैं. इनमें अकेले करीब 21 बागी भाजपा के हैं. भाजपा के बागियों में कुल्लू से भाजपा के उपाध्यक्ष राम सिंह, बंजार से भाजपा नेता महेश्वर सिंह के बेटे हितेश्वर ठाकुर, मनाली से महेंद्र सिंह ठाकुर, आनी से विधायक किशोरी लाल, सुंदरनगर से पूर्व मंत्री रूप सिंह ठाकुर के बेटे अभिषेक ठाकुर, मंडी सदर से प्रवीण शर्मा, नाचन से ज्ञान चंद, किन्नौर से पूर्व भाजपा विधायक तेजवंत नेगी शामिल हैं.
इसी तरह बिलासपुर सदर से सुभाष शर्मा, नालागढ़ से पूर्व विधायक केएल ठाकुर, देहरा से विधायक होशियार सिंह, इंदौरा से पूर्व विधायक मनोहर धीमान, फतेहपुर से पूर्व सांसद कृपाल परमार, धर्मशाला से भाजपा एसटी मोर्चा के उपाध्यक्ष रहे विपिन नेहरिया, कांगड़ा से कुलभाष चौधरी, बड़सर से संजीव शर्मा, हमीरपुर से नरेश दर्जी और आशीष शर्मा , भोरंज से पवन कुमार, चंबा सदर से भाजपा नेत्री इंदिरा कपूर बगावत कर चुनाव लड़ रहे हैं. ठियोग से पूर्व विधायक राकेश वर्मा की पत्नी इंदू वर्मा भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं हैं.