शिमला: कोरोना संकट के बीच हिमाचल प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड में आउटसोर्स पर रखे 180 कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. परेशान कर्मी मुख्यमंत्री सहित कॉर्पोरेशन अधिकारियों के पास चक्कर काट रहे हैं और इस संकटकाल में नौकरी से न निकालने की गुहार लगा रहे हैं.
बुधवार को निकाले गए कर्मी पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन कार्यालय पहुंचे और विरोध जताया. कर्मी आरोप लगा रहे हैं कि सरकार जहां बाहर से आए लोगों को रोजगार देने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर यहां लोग आउटसोर्स पर लगे लोगों का रोजगार छीना जा रहा है.
कोरोना संकट के इस समय वैसे ही लोगों के पास रोजगार नहीं है, बाहरी राज्यों में भी रोजगार तलाश में नहीं सकते. ऐसे में अब परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो जाएगा. मुख्यमंत्री के समक्ष भी मामला उठाया गया था और उनकी सेवाओं को सुचारू रखने की गुहार लगाई गई थी. उन्होंने आश्वासन तो दिया, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया जबकि कारपोरेशन ने नियुक्तियां शुरू कर दी है.
ऐसे में 180 कर्मी बेरोजगार हो गए. इसमें फिटर इलेक्ट्रीशियन और जेई शामिल हैं, जो आउटसोर्स पर लगे हुए थे और अब उनका रोजगार छीन लिया गया है. बता दें कि पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन में आउटसोर्स पर कर्मी तैनात किए गए हैं, लेकिन अब इनका कॉन्ट्रैक्ट भी पूरा हो गया है. कारपोरेशन अब इन पदों पर स्थाई नियुक्ति कर रही है. ऐसे में पहले से आउटसोर्स पर काम कर रहे कर्मी रोजगार न छिनने की गुहार लगा रहे हैं.