सुंदरनगर/मंडीः मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के 2 दिवसीय मंडी प्रवास के दौरान सुंदरनगर पहुंचने पर निजी स्कूलों द्वारा फीस उगाही को लेकर की जा रही मनमानी के विरोध में संघर्षरत पेरेंट्स एसोसिएशन एवं छात्र अभिभावक मंच एक प्रतिनिधिमंडल मिला. प्रतिनिधिमंडल ने सीएम जयराम ठाकुर को मांग पत्र सौंप कर स्कूलों की मनमानी के खिलाफ विरोध दर्ज कराया.
वहीं, इस दौरान अभिभावकों ने सुंदरनगर के निजी स्कूलों द्वारा फीस जमा नहीं करवाने के कारण उनके बच्चों के परीक्षा परिणाम रोके जाने की शिकायत की. इस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हैरानी जताते हुए कहा कि फीस को लेकर बच्चों के परीक्षा परिणाम रोकना सरासर गलत है.
ये है अभिभावकों की मांग
अभिवावकों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि 2020-21 कोविड काल में ट्यूशन फीस के अलावा वसूली गई वार्षिक शुल्क आगामी फीस में एडजस्ट करवाने, फीस वृद्धि पर रोक, बच्चों का रोका गया रिजल्ट अविलम्ब जारी करवाने, संवैधानिक तौर पर पीटीए गठन के निर्देश सबंधित अधिसूचना जारी करने के साथ निजी स्कूलों के संदर्भ में अभिवावकों के हित को ध्यान में रखते हुए नया कानून बनाया जाए.
निजी स्कूल प्रबंधन के मनमानी पूर्ण रवैया अभिवावकों के लिए समस्या
पेरेंट्स एसोसिएशन सुंदरनगर के प्रधान अश्विनी सैनी ने कहा कि निजी स्कूल प्रबंधन के मनमानी पूर्ण रवैये से अभिवावकों को विभिन्न समस्याएंं पेश आ रही हैं. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौर में स्कूल बंद रहे और इस दौरान गेम, सेलिब्रेशन, लाइब्रेरी, साइंस लैब, कम्प्यूटर, डिजिटल क्लास, सॉफ्टवेयर सहित किसी सुविधा का उपयोग नहीं किया गया, लेकिन स्कूलों द्वारा वार्षिक फीस को ना तो एडजस्ट किया जा रहा है ना ही रिफंड किया जा रहा है.
बैठक करके करें मामले का समाधान
अभिभावक मंच सुंदरनगर की उपाध्यक्ष हिमाचली ठाकुर ने कहा कि निजी स्कूलों द्वारा ली जा रहे वार्षिक शुल्क को लेकर सीएम जयराम ठाकुर से मुलाकात की गई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा निजी स्कूलों को लेकर जल्द ही बैठक कर मामले का समाधान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर ने उन्हें निजी स्कूल के द्वारा फीस के बदले रिजल्ट रोकने को लेकर गलत ठहराया गया है. वहीं, उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो अभिभावक मंच हिमाचल प्रदेश में सड़को पर उतरकर आंदोलन करेगा.
उचित और सही कदम उठाए जाएंगे
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अभिभावक और स्कूल प्रबंधक मामले को लेकर हाईकोर्ट तक पहुंचे हैं. इसको लेकर सरकार द्वारा दोनों ही पक्षों को शिक्षा विभाग के साथ बैठक कर निर्णय लेने की बात कही है, लेकिन अभी तक मामले में कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है. इसके बावजूद मामला हाईकोर्ट में चल रहा है जो भी आने वाले समय में उचित और सही कदम उठाए जाएंगे.
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