सुंदरनगर: शुकदेव मुनि की तपोस्थली सुंदरनगर में मनाए जाने वाले सात दिवसीय ऐतिहासिक राज्य स्तरीय नलवाड़ मेले का शुभारंभ शुक्रवार को हो गया है. मेले का आगाज मंडी मंडल के मंडलायुक्त विकास लाबरू ने नगौण खड्ड में बैल पूजन और खूंटी गाड़कर कर और जवाहर पार्क में ध्वजारोहण करके किया.
कार्यक्रम में एसडीएम व अध्यक्ष राज्यस्तरीय नलवाड़ मेला डॉ. अमित कुमार शर्मा मुख्य अतिथि के रुप में मौजूद रहे. इस अवसर शोभा यात्रा में मुख्य अतिथि व अन्य लोग रंगीन पगड़ियां पहन कर शामिल हुए. मंडलायुक्त विकास लाबरू ने बताया कि सात दिवसीय नलवाड़ मेला सुंदरनगर की सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण अंग है और दशकों पहले इस मेले को सुंदरनगर में मनाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि इस मेले में मंडी जिला के अलावा प्रदेश और बाहरी राज्यों के लोगों की ओर से बैलों की खरीद-फरोख्त की जाती है. लाबरू ने बताया कि प्रदेश के अधिकतर लोगों का व्यवसाय अभी भी कृषि, पशु पालन और बागवानी पर निर्भर है, लेकिन प्रदेश की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यहां अधिकतर क्षेत्रों में बैलों से ही खेती की जाती है.
आधुनिक युग में खेती में आधुनिक तकनीकों का प्रयोग हो रहा है और खेती के लिए मैदानी क्षेत्रों में ट्रैक्टरों का प्रयोग किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि पहले खेतों में बैलों की जरूरत होती थी, लेकिन समय के साथ कृषि में भी बदलाव आया है.
उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब कृषि आर्थिकी का आकर्षित माध्यम नहीं रहा है. आजकल किसान कृषि करने पर भी बेरोजगार हैं. वहीं, मुख्यातिथि ने मेले के उपरांत बैलों को उनके मालिकों द्वारा छोड़ कर जाने को भी चिंतनीय विषय बताया.