सुंदरनगर: मंडी जिला के तहत डेडिकेटेड कोविड-19 बीबीएमबी अस्पताल में 61 वर्षीय महिला के मौत मामले में वीडियो सामने आया है. वीडियो में मृतक महिला के परिवार ने अस्पताल प्रबंधक पर लापरवाही के कई आरोप जड़े हैं. ये वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है.
परिजनों ने प्रबंधन पर लापरवाही के लगाए आरोप
वीडियो में आरोप लगाए गए हैं कि वे पिछले 2 घंटे से अस्पताल में मौजूद रहे, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उनकी महिला मरीज को बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया. वीडियो में आरोप लगाए गए हैं कि इस अस्पताल को आग के हवाले कर दिया जाना चाहिए क्योंकि यहां पर मरीजों की अच्छे से देखभाल नहीं की जा रही है.
पीड़ित परिवार ने कहा कि उनकी महिला मरीज को बचाने के लिए बार-बार आग्रह करने पर भी प्रबंधन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए. वहीं, वीडियो में एक दूसरा व्यक्ति डॉक्टर को बार-बार बुलाने का आग्रह कर रहा. इसी बीच स्टाफ नर्स का भी कहना है कि डॉक्टर को कई बार बुलाया गया, लेकिन डॉक्टर मौके पर नहीं आ रहा.
महिला को अस्पताल ले जाने में हुई देरी
वीडियो वायरल होने के बाद सीएमओ मंडी डॉ. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि महिला को अस्पताल लाने में देरी की गई. अस्पताल और एंबुलेंस में महिला को हर संभव उपचार दिया गया. लेकिन दुर्भाग्य है कि महिला की जान नहीं बचाई जा सकी. उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है. साथ ही लोगों से अपील की है कि कोरोना के लक्षण आने पर लोग तुरंत स्थानीय अस्पताल पहुंचे और उपचार लें.
क्या था मामला
51 वर्षीय मृतक महिला जोगिंदरनगर के जलपेड़ क्षेत्र से ताल्लुक रखती थी. महिला रविवार देर शाम 7:30 बजे सांस की तकलीफ के चलते जोगिंदरनगर अस्पताल पहुंची थी, लेकिन डॉक्टर ने उसी समय महिला का रैपिड एंटीजन टेस्ट लिया तो महिला कोरोना संक्रमित पाई गई और महिला को जोगिंदरनगर से बीबीएमबी कोविड-19 अस्पताल सुंदरनगर रेफर कर दिया गया, लेकिन अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पूरी होने के कारण संक्रमित महिला को कुछ समय के लिए एंबुलेंस में ही उपचार दिया गया, लेकिन जैसे ही संक्रमित महिला को कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट किया गया तो महिला का ऑक्सीजन लेवल सही नहीं आया. महिला को मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर किया जा रहा था, लेकिन महिला ने उससे पहले ही दम तोड़ दिया.
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