कुल्लूःकोरोना महामारी के चलते जिला कुल्लू में भी शादी समारोह के साथ-साथ देव आयोजनों पर भी रोक लगाई गई है. वहीं, देव कारज पर लगी रोक के चलते जिला कुल्लू के देवी देवता भी अब नाराज हो गए हैं. अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए उझी घाटी के देवता शेला ब्रह्मा भी अपने हरियानों के साथ डीसी ऑफिस पहुंचे.
मंदिरों के कामकाज में रोक लगाने पर जाहिर की नाराजगी
वहीं, शेला ब्रह्मा अपने हरियानों को लेकर डीसी कार्यालय पहुंचे और उन्होंने मंदिरों के कामकाज में रोक लगाने पर अपनी नाराजगी भी जाहिर की. वहीं, इस दौरान जिला प्रशासन के अधिकारी भी देवता को मनाते हुए नजर आए. देवता शेला ब्रह्मा ने अपने गुर के माध्यम से कहा कि कोरोना महामारी से सभी देवी-देवता लोगों की रक्षा करेंगे, लेकिन इस तरह से देव कार्यों को रोकना बिल्कुल गलत है और अगर इन निर्णयों को जल्द ही बदला नहीं गया. तो आने वाले समय में लोगों को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
प्रशासन के द्वार देवता!
प्रशासन के द्वार देवता के पहुंचने के बाद यहां मौजूद अधिकारी अचंभित रह गए. देवता ने गुर के माध्यम से सख्त लहजे में कहा कि कोरोना में देवी-देवताओं के मंदिर बंद नहीं होने चाहिए. अगर देवताओं के मंदिर बंद रहे तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने को तैयार रहना होगा. कोरोना महामारी को भी हम सभी देवी-देवता दूर करेंगे. इसलिए इससे घबराने की जरूरत नहीं है.
इसके साथ ही देवता शेला ब्रह्मा ने कहा कि वह दशहरा में आना चाहते हैं, जिसके लिए उन्हें जगह प्रदान की जाए. देवता के कारदार रण सिंह ने कहा कि मंदिरों के बंद होने से देवता नाराज हो गए हैं, जिसके बाद देवता अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए उपायुक्त के पास पहुंचे हैं.
एसडीएम कुल्लू ने कही ये बात
वहीं, एसडीएम कुल्लू डॉ. अमित गुलेरिया ने बताया कि देवता ने अपने गुर के माध्यम से नाराजगी जाहिर की है और देवता ने दशहरा उत्सव में आने की बातत कही हैं. तो प्रशासन के द्वारा उन्हें उचित सम्मान दिया जाएगा.
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