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उत्सव की तरह होगा अटल टनल का लोकार्पण, कुल्लवी संस्कृति से होगा पीएम का स्वागत

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अटल टनल के लोकार्पण व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में डीसी कुल्लू ऋचा वर्मा व एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने टनल के लोकार्पण व पीएम के दौरे को लेकर चल रही तैयारियों के बारे में जानकारी दी.

अटल टनल का लोकार्पण
अटल टनल

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Published : Sep 24, 2020, 5:08 PM IST

Updated : Sep 26, 2020, 8:00 PM IST

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश सरकार अटल टनल रोहतांग के लोकार्पण की तैयारियों में जुट गई है. वीरवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला कुल्लू के तमाम बड़े अधिकारियों संग बैठक की. बैठक में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर विशेष तौर पर उपस्थित रहे.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने टनल के लोकार्पण व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में डीसी कुल्लू ऋचा वर्मा व एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने टनल के लोकार्पण व पीएम के दौरे को लेकर चल रही तैयारियों के बारे में जानकारी दी.

मुख्यमंत्री ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री के मनाली-लाहौल दौरे में कोई कमी नहीं होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा अटल टनल देश का गौरव है. टनल का लोकार्पण उत्सव के तौर पर मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए जनसभा का भी आयोजन किया जाएगा. इस दौरान सीएम जयराम ठाकुर ने केंद्रीय रेल राज्‍य मंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन पर दुख प्रकट किया.

वहीं, बैठक में शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा मनाली पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुल्लवी संस्कृति से स्वागत किया जाएगा. गौर रहे कि पीएम नरेंद्र मोदी का तीन अक्‍टूबर को मनाली दौरा प्रस्‍तावित है, इस दिन वह सामरिक दृष्टि से महत्‍वपूर्ण अटल टनल रोहतांग देश को समर्पित करेंगे.

मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर पीएम के दौरे की तैयारियों को लेकर दो दिन से मनाली और केलंग में डटे हैं. मुख्‍यमंत्री लगातार बीआरओ अधिकारियों के साथ-साथ लाहौल और मनाली में प्रशासनिक अधिकारियों से बैठकें कर रहे हैं.

बता दें कि अटल टनल रोहतांग को बीआरओ ने दस साल में बनाकर तैयार किया है. इस टनल के बनने से मनाली से लेह का सफर 46 किलोमीटर कम होगा. वहीं, सर्दी के मौसम में भी वाहनों की आवाजाही जारी रहेगी. चीनी बॉर्डर तक पहुंच के अलावा लाहौल-स्‍पीति के लोगों के लिए भी यह सुरंग बहुत महत्‍वपूर्ण है. सर्दी के मौसम में रोहतांग दर्रे पर बर्फबारी होने से लाहौल-स्पीति के लोगों का देश दुनिया से पूरी तरह से संपर्क कट जाता था, लेकिन अब सुरंग बन जाने से लाहौल-स्पीति के लोगों को बड़ी राहत मिलने जा रही है.

Last Updated : Sep 26, 2020, 8:00 PM IST

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