कांगड़ा: प्रदेश में बेसहारा पशुओं से जहां किसान और आम लोग परेशान है वहीं अब बेजुबान पशुओं की हालत भी दयनीय हो गई है. ज्वालाजी की पार्किंग में एक हफ्ते से घायल अवस्था में गाय पड़ी रही, लेकिन किसी ने इसकी सुध नहीं ली.
नगर परिषद की पार्किंग में कीचड़ में दयनीय हालत में बीते 1 हफ्ते से पड़ी इस गाय की न तो नगर परिषद और न ही किसी गौरक्षक ने सुध ली. इसकी खबर स्थानीय लोगों द्वारा सिद्धि विनायक वेलफेयर सोसायटी को दी गई. इस पर सोसायटी के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने मौके पर जाकर सबसे पहले गाय की हालत का जायजा लिया और उसके बाद उसे कीचड़ से हटा कर सुखी जगह पर रखा. साथ ही उसके बाद वेटनरी अस्पताल से फर्मासिस्ट हरीश को फोन कर इस बारे में सुचना दी.
नगर परिषद की पार्किंग में घायल अवस्था में पड़ी रही गाय, किसी 'गौरक्षक' ने नहीं ली सुध
नगर परिषद की पार्किंग में एक गाय बीते सप्ताह से बिलबिला रही है, लेकिन अभी तक इस गाय की किसी भी गौरक्षक ने सुध नही ली. आलम ये है कि इस मामले को लेकर अभी तक सभी समाजसेवी व गौरक्षक चुप्पी साधे हुए हैं. ऐसा नहीं है कि ज्वालाजी में गौरक्षा के ठेकेदार नहीं है, लेकिन दर्द से बिलखाती रही गाय की सुध लेने वाला कोई भी नहीं है.
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आपको बता दें कि गौरक्षा के नाम पर प्रदेश में बहुत से लोग पैसे लेने के लिए दान लिया जाता है, जिसमें लोग अपनी इच्छा से योगदान भी देते हैं, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि कब तक गौवंश सड़कों पर दर्द से बिलखाते रहेंगे और गोरक्षा के ठेकेदार पैसों की वसूली करते रहेंगे.