CM सुक्खू के रिश्तेदार का वीडियो वायरल. कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के एक रिश्तेदार विवादों में घिर गए हैं. पंचायत प्रतिनिधियों ने उन पर मारपीट के आरोप लगाए हैं. दरअसल, सीएम सुक्खू के ससुराल नलसूहा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें ग्राम पंचायत नलसूहा के उप-प्रधान की मुख्यमंत्री के रिश्तेदार (CM के साले) और प्रधान के पति के साथ कहासुनी हो रही है. वहीं, अब इस मामले में बीजेपी भी कूद पड़ी है.
बीजेपी के नेता और जसवां प्रागपुर के विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा है कि पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री सुक्खू की पत्नी के भाई का मारपीट करना शर्मनाक है. उन्होंने लिखा कि किसी व्यक्ति विशेष का रिश्तेदार होने से जनता के साथ मारपीट करने का लाइसेंस नहीं मिल जाता. जसवां प्रागपुर में कांग्रेस के हारे नकारे नेताओं द्वारा दबाव बनाने और परेशान करने की शिकायत पिछले कई दिनों से आ रही है. हम आग्रह करना चाहते हैं कि प्रशासन इस तरह के लोगों पर कार्रवाई करें. अन्यथा आने वाले समय में बड़े विरोध का सामना करना पड़ेगा.
जसवां प्रागपुर के विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर की पोस्ट. पंचायत प्रधान ने आरोपों को बताया बेबुनियाद:वहीं, सीएम की पत्नी के भाई की तरफ से प्रधान ने सफाई दी कि आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं. पंचायत प्रधान विनीता शर्मा ने वायरल वीडियो में मारपीट के आरोपों को नकार दिया है. उन्होंने इस मामले को राजनीति से प्रेरित बताते हुए भाजपा के विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर पर मुख्यमंत्री के ससुराल की पंचायत से भेदभाव करने व विकास कार्यों में अड़ंगा अड़ाने के आरोप लगा दिए. वहीं, प्रधान के पति रवि कांत ने कहा कि उन्हें पंचायत में हाजिर होने के लिए नोटिस भेजा गया था. उन्होंने किसी के साथ हाथापाई नहीं की. उन्हें बिना कारण इससे जोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का ससुराल इस पंचायत में हैं, लेकिन उन्हें इस मामले से जोड़ना गलत है.
क्या है मामला:दरअसल ग्राम पंचायत नलसूहा में पिछले तीन वर्षों से मनरेगा मजदूरों को एक भी पैसा नहीं मिला है. इसके लिए ग्रामीणों ने इसकी शिकायत डीसी कांगड़ा के पास की थी. उसके बाद डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बीडीओ प्रागपुर को जांच के आदेश दिए थे. बीडीओ शुक्रवार को नलसूहा पंचायत घर पहुंचे. लेकिन वहां हंगामा शुरू हो गया. बीडीओ की कार्रवाई के दौरान हंगामा बढ़ता देख पुलिस बुलानी पड़ी. इस दौरान उप-प्रधान कुलवीर सिंह और पंचायत के कुछ सदस्यों ने मुख्यमंत्री की बहन के भाई और पंचायत प्रधान के पति रविकांत पर हस्तक्षेप करने के आरोप लगाए. वहीं, सामूहिक इस्तीफे की धमकी भी दी. उप-प्रधान ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस मामले में स्वयं हस्तक्षेप कर सुलझाने की अपील की है.
ये भी पढे़ं:हिमाचल: सीमेंट विवाद खत्म होने पर हिंडनबर्ग के फाउंडर ने किया Tweet, ट्रक ऑपरेटर्स को दी बधाई