हमीरपुर: भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर हिमाचल के पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल ने उन्हें याद किया और श्रद्धांजलि दी. प्रेम कुमार धूमल ने उन्हें क्रांतिकारी और राष्ट्रीय चिंतक बताया. इस दौरान उन्होंने उनके देश के लिए दिए योगदान के लिए भी याद किया.
प्रेम कुमार धूमल ने कहा किबंगाल की भूमि ने कितने ही क्रांतिकारियों को जन्म दिया है, उनमें से एक महान क्रांतिकारी डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी थे. पावन बंगभूमि से पैदा हुए डॉ. मुखर्जी ने अपनी प्रतिभा से समाज को चमत्कृत किया था. पूर्व सीएम ने कहा कि एक देश में दो विधान दो निशान दो प्रधान के धुर विरोधी रहे डॉक्टर मुखर्जी ने सर्वप्रथम जम्मू कश्मीर में धारा 370 खत्म करने की जोरदार आवाज उठाई थी. पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि डॉ. मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे. उस समय जम्मू कश्मीर का अलग झंडा और अलग संविधान था. वहां का मुख्यमंत्री (वजीरे-आज़म) यानी की प्रधानमंत्री कहलाता था.
संसद में अपने भाषण में डॉ. मुखर्जी ने धारा-370 को समाप्त करने की भी जोरदार वकालत की. अपने संकल्प को पूरा करने के लिये वे 1953 में बिना परमिट लिये जम्मू कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े. वहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर नजरबंद कर लिया गया. 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी.