हमीरपुरःकोरोना संकटकाल में आपदा को अवसर में बदलना लोगों ने बखूबी सीखा है. हमीरपुर जिला के 24 वर्षीय प्राकृत लखनपाल ने भी ठीक ऐसा ही कर दिखाया है. कोरोना काल में हमीरपुर के प्राकृत ने स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की थी. बाजार में अब इस स्ट्रॉबेरी की कीमत 200 से 250 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से मिल रही रही है. जानकारी के अनुसार प्राकृत लखनपाल ने रिटेल मैनेजमेंट में एमबीए किया हुआ है, लेकिन शौक ने उन्हें सफल बागवान बना दिया.
प्राकृत ने इंटरनेट के जरिए देश में स्ट्रॉबेरी के बेहतरीन पौधों के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि महाराष्ट्र के सोलापुर में अच्छे उत्पादन वाले स्ट्रॉबेरी के पौधे मिलते हैं. कोरोनाकाल में सड़क से इन पौधों को सोलापुर से मंगवाना आसान नहीं था. प्राकृत ने स्ट्रॉबेरी के करीब एक हजार पौधों की डिमांड संबंधित कंपनी को भेजी और हवाई मार्ग से महाराष्ट्र से चंडीगढ़ मंगवाए. चंडीगढ़ से हमीरपुर तक सड़क के जरिए यह पौधे लाए गए. इसके बाद उन्होंने नवंबर-दिसंबर माह में विकासनगर में अपने खेतों में स्ट्रॉबेरी के पौधे रोपे. यहां एक निजी स्कूल के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के पानी का सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया.