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हिमाचल की इस सीट पर दशकों से राजपूतों का दबदबा, ठाकुर वोटर ही करते हैं सत्ता का फैसला

17 विधानसभा क्षेत्रों वाले हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में जातीय समीकरण भी अहम है. हमीरपुर संसदीय सीट में कुल 13 लाख से अधिक मतदाता हैं. इसमें से 5 लाख से अधिक राजपूत मतदाता है.

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Published : Apr 2, 2019, 5:59 PM IST

हमीरपुरः संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में वर्ष 1988 से राजपूतों का ही दबदबा है. जहां एक ओर भाजपा और कांग्रेस ने 1988 के बाद हुए लोकसभा चुनावों और उपचुनावों में राजपूत उम्मीदवारों पर ही विश्वास दिखाया है. वहीं, दूसरी ओर राजपूत मतदाताओं ने ही हर बार सत्ता का फैसला भी किया है.

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बता दें कि 17 विधानसभा क्षेत्रों वाले हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में जातीय समीकरण भी अहम है. हमीरपुर संसदीय सीट में कुल 13 लाख से अधिक मतदाता है, इसमें से 5 लाख से अधिक राजपूत मतदाता है. यही कारण है कि दशकों से दोनों बड़ी पार्टियां राजपूत मतदाताओं पर विश्वास दिखाती आ रही है. हालांकि लंबे अरसे से भाजपा का इस सीट पर कब्जा है.

वहीं, इस बार भी भाजपा ने अनुराग ठाकुर को चौथी बार अपना प्रत्याशी चुन लिया है, लेकिन कांग्रेस इस सीट पर अभी तक अपना प्रत्याशी भी तय नहीं कर पाई है. कांग्रेस के टिकट की दौड़ में जो भी नाम आगे चल रहे हैं, वह भी राजपूत प्रत्याशी ही हैं. वहीं भाजपा ने एक बार फिर लगातार चौथी बार अनुराग ठाकुर पर विश्वास जताया है और राजपूत वोटरों को भी साधा है.

कभी कांग्रेस के प्रत्याशी नारायण चंद्र पराशर के पास रही हमीरपुर संसदीय सीट 3 दशक से अब भाजपा का गढ़ बन गई है. उनके बाद कांग्रेस के एक राजपूत प्रत्याशी मेजर जनरल विक्रम सिंह ने ही यहां पर कांग्रेस को वर्ष 1996 में जीत दिलाई थी. यह कांग्रेस की इस सीट पर अंतिम जीत और भाजपा की अंतिम हार थी. उसके बाद से भाजपा यहां पर लगातार 7 बार जीत दर्ज कर चुकी है. वर्ष 1998 के बाद लगातार 3 बार सुरेश चंदेल सांसद बने तो वहीं 2007 के बाद पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल और उनके बेटे अनुराग ठाकुर का इस सीट पर अधिपत्य है.

जातीय समीकरण

जातीय समीकरण की बात करें तो संसदीय क्षेत्र में 5 लाख राजपूत, 2.70 लाख ब्राह्मण, 3.23 लाख अनुसूचित जाति, 2 लाख ओबीसी वोटर हैं. 17 विधानसभा क्षेत्रों में हमीरपुर जिला की भोरंज बिलासपुर जिला के झंडुत्ता और ऊना जिला की चिंतपूर्णी सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. जिला बार जातीय समीकरण की बात करें तो ऊना में 3.97 लाख स्वर्ण, 8600 एसटी, 1.15 लाख एससी, हमीरपुर में 3.42 लाख स्वर्ण, 3,040 एसटी, 1.09 लाख एससी, बिलासपुर में 2.7 लाख स्वर्ण, 10,693 एसटी और 98,989 एससी वोटर मौजूद हैं. संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में 6.55 लाख पुरुष मतदाता और 6.54 लाख महिला मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे.

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वर्तमान लोकसभा चुनाव की बात करें तो इस बार भी दोनों पार्टियां राजपूत प्रत्याशी पर ही दांव लड़ने की तैयारी में है. भाजपा ने लगातार चौथी बार अनुराग ठाकुर को अपना प्रत्याशी चुना है तो कांग्रेस भी राजपूत प्रत्याशी को ही मैदान में उतारने की तैयारी में है. इस रेस में भाजपा के पूर्व सांसद सुरेश चंदेल, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू सबसे आगे चल रहे हैं.

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