चंबा:हिमाचल प्रदेश सरकार बेहतर सड़क सुविधाओं को लेकर दावे करती रहती है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और है. आज भी चंबा जिला के अंतर्गत आने वाले चुराह विधानसभा क्षेत्र के कई गांव में सड़क सुविधा नहीं है. आजादी के 7 दशक बीत जाने के बाद भी अगर लोगों को घर पहुंचने के लिए घंटों पैदल चलना पड़ता है.
बता दें कि शलेला बाड़ी के चिडोग गांव में आज भी लोग खच्चरों के माध्यम से अपने घर पहुंचते हैं, लेकिन सरकार के नुमाइंदे विकास को लेकर अपनी पीठ खूब थप थपाते रहते हैं.
7 दशकों बाद भी गांव तक नहीं पहुंची सड़क
स्थानीय लोग प्रशासन व सरकार से यही सवाल कर रहे हैं कि आजादी के 7 दशकों बाद भी सड़क का निर्माण किस वजह से नहीं हुआ. स्थानीय लोगों ने बताया कि जब इन इलाकों में कोई बीमार हो जाता है तो उन्हें भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और पालकी के सहारे सड़क तक लोगों को चिड़ोग गांव से पहुंचाया जाता है.
"बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ " का नारा देने वाली सरकार को बेटियों के लिए उनके गांव में सड़क सुविधा उपलब्ध करवाए ताकि बच्चियां भी अपने नजदीक शिक्षा संस्थान में बेहतर शिक्षा हासिल कर सकें. स्थानीय लोगों कई बार गांव तक सड़क सुविधा देने की मांग की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोग का कहना है कि हमारे गांव में आज भी सड़क सुविधा नहीं होने से बड़ी मुश्किल पेश आ रही हैं, जिसके चलते लोगों को गांव तक पहुंचने में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है. ऐसे में लोगों ने कई बार सरकार से मांग की है, लेकिन हर बार उनकी मांग को अनसुना किया गया है जिसके चलते लोग काफी परेशान हो गए हैं. अब लोगों ने सरकार और प्रशासन से मांग करते हुए कहा की उनके गांव में सड़क सुविधा उपलब्ध करवाई जाए, ताकि उन्हें दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.
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