चंबाः उतरी भारत की सुप्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा के लिए हैली-टैक्सी सेवा आरंभ होने के बाद करीब 1200 से अधिक यात्रियों ने भगवान भोले नाथ के दरबार में हाजिरी लगाकर डल झील में आस्था की डुबकी लगाई है. दो दिनों के भीतर भरमौर से गौरीकुंड के लिए आने-जाने के लिए 200 से अधिक उड्डानें हुई है.
मौसम खराब होने और धुंध के चलते गुरूवार को तीन बजे के बाद हवाई यात्रा नहीं हो पाई. बहरहाल हैली टेक्सी सेवा के शुरू होने से मणिमहेश डल झील तक पहुंचने के लिए कई यात्रियों की राह आसान होगी.
जानकारी के अनुसार गुरूवार को भरमौर से गौरीकुंड आने-जाने की के लिए करीब 96 उड़ानें हुईं और दोनों तरफ कुल 521 यात्रियों ने सफर किया. वहीं, बुधवार को पहले दिन कुल 136 उड़ानें हुई और इनमें 600 से अधिक यात्रियों ने हवाई सेवा का लाभ लिया. गुरूवार को सुबह से ही भरमौर से गौरीकुंड के लिए हवाई सेवाओं का दौर आरंभ हो गया था. इस दौरान करीब तीन बजे के बीच गौरीकुंड की तरफ खराब मौसम और धुंध छाने के चलते यहां पर हवाई सेवा बंद करनी पड़ी.
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मणिमहेश न्यास के सदस्य सचिव एवं एसडीएम भरमौर मनीष सोनी ने बताया कि हेली टेक्सी सेवा शुरू होने से यात्रियों को लाभ मिल रहा है. यात्रियों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर काउंटर में ही टिकटों की व्यवस्था है. भरमौर से गौरीकुंड तक का आने-जाने का किराया 5500 रुपए तय किया है.
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