चंबा : जिला चंबा में मास्क लगाकर दूल्हा-दुल्हन 7 फेरे लेकर शादी के पवित्र बंधन में बंधे. बुधवार को वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच चंबा में पहली शादी हुई. इस शादी में ना डीजे, न हीं कोई बैंड बाजा और चंद रिश्तेदारों की मौजूदगी में दूल्हा-दूल्हन ने 7 फेरे लिए. दूल्हा-दूल्हन मास्क पहनकर शादी के मंडप पर पहुंचे. पंडित सहित मंडप में बैठे तमाम रिश्तेदारों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा. बुधवार को करीब दो बजे बारात कांगड़ा के लिए रवाना हुई. इस विवाह के दौरान मंगला पंचायत प्रधान उर्मिला देवी भी मौजूद रही.
चंबा में मास्क पहनकर दूल्हा-दुल्हन ने लिए सात फेरे, चंद रिश्तेदारों की मौजूदगी में हुई शादी
चंबा में मास्क लगाकर दूल्हा-दुल्हन 7 फेरे लेकर शादी के पवित्र बंधन में बंधे. पंडित सहित मंडप में बैठे तमाम रिश्तेदारों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा. शादी लॉकडाउन और कोविड-19 के तहत निर्धारित दिशा-निर्देशों से हुई. शादी के लिए दूल्हे सहित लोग 6 बजे मंगला पहुंचे, जहां वह अपने किसी रिश्तेदार के घर में ठहरे.
मंगला निवासी शीतल की शादी कांगड़ा जिला के रैहन निवासी लेख राज से तय हुई. शादी की तिथि 5 मई को थी और एक सप्ताह पहले 3 मई को लॉकडाउन हटने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. शादी लॉकडाउन और कोविड-19 के तहत निर्धारित दिशा-निर्देशों से हुई. शादी के लिए दूल्हे सहित लोग 6 बजे मंगला पहुंचे, जहां वह अपने किसी रिश्तेदार के घर में ठहरें. रात के समय दूल्हे को तैयार किया गया और बारात रवाना हुई. सुबह के वक्त मंडल में शादी के फेरे हुए, जिसके बाद दूल्हन को विदा किया गया.
पंचायत प्रधान उर्मिला देवी ने बताया कि शादी का आयोजन प्रशासन की ओर से निर्देशों के अनुसार किया गया है. उन्होंने बताया कि बारात में भी सिर्फ 5 लोग ही आए, जिसमें करीबी रिश्तेदार शामिल रहे. गौरतलब है कि लॉकडाउन के चलते जिला सहित प्रदेश में काफी शादियां टली है. बहरहाल, अधिकतर लोग अपने लड़के व लड़कियों की शादी धूम-धाम से करना चाहते है.