बिलासपुरःप्रदेश सरकार ने पर्यटकों को हिमाचल में आने के लिए अनुमति दे दी है और प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया है. इस फैसले को लेकर आम लोगों व नेताओं की ओर से कई प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं.
जहां पर्यटन कारोबार से जुड़ें कुछ लोगों को इससे राहत मिली है. वहीं, कुछ लोगों इसे नए खतरे के रूप में देख रहे हैं. इसे लेकर नगर पंचयात तलाई के पूर्व अध्यक्ष पवन कौशल ने सरकार से इस फैसले पर फिर विचार करने की मांग की है.
पवन कौशल ने कहा कि देश में कोरोना वायरस का आंकड़ा सात लाख की संख्या पार कर गया है. हिमाचल में भी महामारी से एक हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. इन हालातों में और ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है, लेकिन इसके विपरीत सरकार पर्यटकों को आने की अनुमति देकर देकर नई चुनौतियों को खुद न्यौता दे रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला आम लोगों के हित में नहीं है. एक तरफ तो देवभूमि के मंदिरों पर ताले लटके हुए हैं. दूसरी ओर पर्यटकों को बाहरी राज्यों से प्रवेश के लिए आमंत्रित करना सही नहीं है.
पवन कौशल ने कहा कि मंदिरों को प्रदेश के लोगों के दर्शन के लिए ही खोल देना चाहिए. इससे प्रदेश के लोग एक-दूसरी जगह घूम भी सकते हैं और देवी-देवताओं के दर्शन कर आशीर्वाद भी ले सकते हैं. इससे धार्मिक स्थलों पर रोजगार भी शुरू हो जाएगा और छोटे व्यापारियों को कारोबार भी बढ़ सकता है, लेकिन बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों से केवल कुछ लोगों को ही लाभ मिलेगा. इसलिए सरकार इस फैसले पर फिर विचार करे.
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