सोलन: जिला में सियासत एक बार फिर से गर्म हो गई है और कांग्रेस व भाजपा में खींचातानी का माहौल फिर से देखने को मिल रहा है. दरअसल जिला के कंडाघाट क्षेत्र के कंडाघाट डिग्री कॉलेज का पहला वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और विधायक धनीराम शांडिल शामिल हुए, लेकिन बिल्डिंग के उद्घाटन के लिए जैसे ही दोनों नेता आगे हुए तो विधायक धनीराम शांडिल उद्घाटन पट्टिका देखकर नाराज हो गए, क्योंकि उसमें उनका नाम नहीं था.
विधायक धनीराम शांडिल ने कहा कि कंडाघाट कॉलेज की नींव 2016 में कांग्रेस के समय में रखी गयी थी. उसके बाद 2017 सरकार बदली, जिससे आगे का कार्य भाजपा सरकार ने देखा. उन्होंने कहा कि कंडाघाट में कॉलेज खुलने का सपना पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का था, लेकिन उद्घाटन पट्टिका पर स्थानीय विधायक का नाम ना होना शर्मनाक है.
शांडिल ने कहा कि ये बात सोलन विधानसभा क्षेत्र कि नहीं है , बल्कि प्रदेश की 68 विधानसभाओं में इस तरह की राजनीति सरकारी संस्थानों में की जाती है. उन्होंने कहा कि वो इस बात को पहले भी विधानसभा में उठा चुके है और आगे भी उठाएंगे.
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने तंज कसते हुए कहा कि जो काम कांग्रेस नहीं कर सकी,वो काम भाजपा सरकार ने पूरे किए हैं. उन्होंने कहा कि 2017 में धनीराम शांडिल ने इस बिल्डिंग की आधारशिला रखी थी, लेकिन आज मैने इसका उद्घाटन किया है. साथ ही कहा कि सरकार वहीं रहती है लोग आते जाते रहते है.
बता दें कि कंडाघाट डिग्री कॉलेज की आधारशिला कांग्रेस सरकार के समय में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और तत्कालीन मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल के द्वारा 30 दिसम्बर 2016 को रखी गयी थी. 2017 में चुनाव होने के बाद भाजपा सरकार के बाद इस कॉलेज भवन का कार्य शुरू हुआ, लेकिन आज उद्घाटन पट्टिका पर नाम ना होने से सोलन के विधायक कर्नल धनीराम शांडिल नाराज हो गए.