शिमला: प्रदेश सरकर ने जेसीसी की बैठक में पे स्केल देने की जो (JCC Meeting Shimla) घोषणा की है, उसका हिमाचल राज्य अध्यापक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कड़ा विरोध किया है. वीरेंद्र चौहान का कहना है कि सरकार ने कर्मचारियों के साथ छल किया है. उन्होंने कहा कि जो पे स्केल जो 2016 से दिया है, सरकार बताए की वह पे स्केल पंजाब के स्तर पर है या केंद्र के. उन्होंने कहा कि सरकार ने जो अनुबंध का समय कम किया है, वह (CM Jairam Thakur in JCC Meeting) कर्मचारियों की मांग नहीं थी.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बैठक में आए और 2 मिनट में घोषणा करके चले गए. यदि सरकार को वेतनमान ही देना था, तो जेसीसी की बैठक बुलाने की क्या जरूरत थी? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम यह घोषणा कैबिनेट के दौरान भी कर सकते थे. लेकिन उन्होंने जेसीसी बुलाई और उसमें सिर्फ यही घोषणा की. उन्होंने कहा कि सरकार ने जो अनुबंध का समय कम किया है, वह कर्मचारियों की मांग नहीं थी. यह सरकार का विजन डॉक्यूमेंट था (Vision document Jairam Government) और इसकी घोषणा उसी दिन कर देनी चाहिए थी, जिस दिन सीएम जयराम ने शपथ ली थी. उन्होंने कहा कि सीएम ने जीसीसी में यह घोषणा कर कर्मचारियों के साथ छल किया है.
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