शिमला:हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है. मानसून सत्र के पहले दिन पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक जताया गया. इस दौरान अन्य सदस्यों के साथ विक्रमादित्य सिंह ने भी शोक उद्गार में हिस्सा लिया. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज पिता वीरभद्र सिंह उनके साथ नहीं हैं. वो दुखी हैं, लेकिन उनका आशीर्वाद हमेश उनपर बना रहेगा.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने जन्म से ही वीरभद्र सिंह को राजनेता और जननेता के रूप में देखा. वीरभद्र सिंह ने दलगत राजनीति और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर प्रदेश के हर क्षेत्र में विकास कार्य किए. इस दौरान विक्रमादित्य सिंह ने पिता वीरभद्र सिंह के दिल्ली स्थित सेंट स्टीफन कॉलेज में बिताए दिनों को जिक्र किया. साथ ही स्व. इंदिरा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के सानिध्य में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से मुलाकात का भी जिक्र किया और पहली बार लोकसभा टिकट मिलने की रोचक घटना भी सुनाई.