हिमाचल में एक ऐसी ममी जिसके बढ़ रहे हैं नाखून और बाल, वैज्ञानिक भी सुलझा नहीं पाए रहस्य
हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले के गियू गांव में 550 साल से ज्यादा पुरानी ममी आज भी मौजूद है. दुनिया भर के वैज्ञानिकों के लिए यह ममी रहस्य बनी हुई है. आज भी इस ममी के नाखून और बाल बढ़ रहे हैं. इस ममी की खासियत है कि यह विश्व की एकमात्र ऐसी ममी है, जो बैठी हुई अवस्था में है. बताया जाता है कि साल 1995 में ITBP के जवानों को सड़क निर्माण के दौरान यह ममी दिखाई दी थी.
मुंद्रा हेरोइन जब्ती मामला : हिमाचल से तीन गिरफ्तार, कांग्रेस ने की सीबीआई जांच की मांग
गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से जब्त की गई 21 हजार करोड़ रुपये कीमत की हेरोइन मामले के तार हिमाचल प्रदेश से जुड़े रहे हैं. शिमला और कुल्लू से पिछले तीन दिनों में तीन गिरफ्तारी हो चुकी है. कांग्रेस ने गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर 21,000 करोड़ रुपये का हेरोइन जब्त होने के मामले में केंद्र सरकार पर गुरुवार को निशाना साधा और इस मामले में सीबीआई समेत सभी प्रमुख एजेंसियों से जांच कराने की मांग की.
बेटे को पुलिस ने चिट्टे के साथ किया गिरफ्तार, सदमे में चली गई डिप्टी डायरेक्टर पिता की जान
ऊना जिले में बेटे के चिट्टे के साथ गिरफ्तार होने पर सदमे में डिप्टी डायरेक्टर पिता की मौत हो गई है. पिता की मौत कारण दिल का दौरा पड़ना बताया जा रहा है. गश्त के दौरान पुलिस ने नगंल खुर्द इलाके में दो युवकों को 3.13 ग्राम चिट्टे के साथ गिफ्तार किया था. घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जन्मदिन: सीएम जयराम समेत कई बड़े नेताओं ने दी बधाई
आज देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जन्मदिन है. रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को कानपुर देहात के गांव परौख में हुआ था. राष्ट्रपति बनने से पहले रामनाथ कोविंद बिहार के राज्यपाल थे. इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर समेत देश कई राजनीतिक हस्तियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को जन्मदिन की बधाई दी है.
बहुमंजिला भवनों के निर्माण पर रोक नहीं लगाई तो भुगतने होंगे भंयकर परिणाम: विक्रमादित्य सिंह
राजधानी शिमला के कच्ची घाटी में बहुमंजिला भवन धराशायी हो गया. इसमे कोई जानी नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन अन्य भवनों को खतरा पैदा हो गया है. भवन में गुरुवार की सुबह ही दरारें आ गई थी, जिसके बाद भवन को खाली करवा दिया गया था और कुछ घंटों के बाद ये भवन जमींदोज हो गया. इस इमारत में करीब आठ परिवार रहते थे, जिन्हें समय रहते बाहर निकाल लिया गया.