शिमला: हिमाचल कांग्रेस की कमान प्रतिभा सिंह (Himachal Congress President Pratibha Singh) को देने पर विपक्षी दल भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई है और परिवारवाद के आरोप लगाए जा रहे हैं. वहीं, कांग्रेस के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने इसको लेकर पलटवार (Himachal Congress working president Rajinder Rana ) किया है और भाजपा को कांग्रेस की चिंता छोड़ अपनी पार्टी की फिक्र करने की नसीहत दी है.
वीरवार को होली लॉज पहुंचे राजेंद्र राणा ने प्रतिभा सिंह को अध्यक्ष बनने पर बधाई दी और कहा कि वीरभद्र परिवार पिछले 60 सालों से प्रदेश की जनता की सेवा कर रहा है और इस परिवार से प्रदेश को बच्चा बच्चा जानता है. चुनावों में पार्टी का इसका लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान द्वारा हर राज्य में अध्यक्ष के साथ कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जा रहे हैं. हिमाचल में भी अध्यक्ष के साथ कार्यकारी अध्यक्ष बनाए हैं और उन्हें भी जिम्मेदारी दी गई है. इसके लिए कांग्रेस आलाकमान का आभार.
राजेंद्र राणा का भाजपा पर आरोप राजेंद्र राणा ने कहा कि इससे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी और अब जल्द कांग्रेस एक्शन मोड में नजर आएगी. इसके लिए बैठक कर आगामी रणनीति तैयार की जा रही है. उन्होंने भाजपा के परिवारवाद के आरोपो पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कांग्रेस पार्टी का अंदरूनी मामला (Rajinder Rana attacks on BJP) है किसको कौन सी जिम्मेदारी देनी है. इसको लेकर भाजपा को फिक्र करने की जरूरत नहीं है, यह पार्टी का विषय है.
उन्होंने कहा कि भाजपा में कितने लोग परिवारवाद में हैं, उस पर भाजपा कुछ नहीं बोलती और न ही भाजपा के नेताओं को अपनी पार्टी में परिवारवाद नजर आता है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस कैसे मजबूत हो सकती है. किसे अध्यक्ष बनाना है, यह कांग्रेस देखेगी भाजपा के नेता अपनी पार्टी की चिंता करें. भाजपा अपने काम पर ध्यान दें. वहीं, उन्होंने कहा कि भाजपा जो आरोप लगा रही है कि हिमाचल में कांग्रेस के मुख्यमंत्री के काफी दावेदार हैं तो भाजपा के नेता यह मान लें कि कांग्रेस में लीडरशिप की कमी नहीं है.
राजेंद्र राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, यह कांग्रेस आलाकमान तय करेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास पूरी तरह से थम गया और महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़ी नहीं है बल्कि टुकड़े-टुकड़े कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि, 'अब प्रदेश की जनता भी मन बना चुकी है कि इस सरकार को सत्ता से उखाड़ कर फेंकना है. इस सरकार से लोग परेशान हैं. प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ गई है और कर्मचारी सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं. यह सरकार जाने वाली है और अब इस सरकार को अपनी पेंशन के कागज तैयार करवाने की जरूरत है.'