रामपुर/शिमलाः हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में आए आंधी-तूफान की वजह से बागवानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. तूफान और तेज आंधी की वजह से फलदार पेड़ों को नुकसान हुआ है. जिससे बागवान काफी चिंतित हैं.
जिला शिमला और कुल्लू में लगातार दो दिन आए तूफान की वजह से बागवानों की फसल भारी मात्रा में तबाह हुई है. जिला कुल्लू के निरमंड ब्लॉक के कई क्षेत्रों में तूफान की वजह से सेब, प्लम और नाशपाती की फसल काफी तबाह हुई है और बागवानों को इससे लाखों का नुकसान पहुंचा है.
आंधी-तूफान से बागवानों को नुकसान. इस बार ज्यादा बर्फबारी होने के बाद बागवानों को सेब, प्लम जैसी फसलों की अच्छी पैदावार और अच्छे दाम मिलने की उम्मीद थी, लेकिन तेज आंधी और बारिश ने बागवानों की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए इन सभी फसलों को करीब 20 से 25 फीसदी तक नुकसान पहुंचाया है.
आंधी-तूफान से बागवानों को नुकसान. तूफान में बागवानों के कई पेड़ और कई पेड़ों पर उनकी टहनियां टूट गई हैं. इलाके के बागवानों और किसान सभा ने सरकार से मांग की है कि वो सभी बागवानों को जिनका नुकसान हुआ है उसके आकलन के लिए राजस्व विभाग को निर्देश दिए जाएं और उन्हें उसका मुआवजा दिया जाए.