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जंगी गांव में चिलगोजे के जंगलों में लगी आग को बुझाने में जुटी हैं 7 एजेंसियां, कुछ हद तक पाया काबू

किन्नौर जिले के जंगी गांव में चिलगोजे के जंगलों में 11 जून को आग लगी थी. अभी भी जंगल के कुछ हिस्सों में आग भड़की हुई है जिसे बुझाने के लिए (FIRE IN CHILGOZA FOREST IN JANGI) करीब सात एजेंसियों समेत ग्रामीण भी लगे हुए हैं. बता दें कि जंगी गांव चिलगोजे के सबसे बड़े जंगल के लिए जाना जाता है. जहां पर हर वर्ष करोड़ों के हिसाब से चिलगोजे की फसल तैयार होती है.

FIRE IN CHILGOZA FOREST IN JANGI
जंगी गांव में चिलगोजे के जंगलों में लगी आग

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Published : Jun 13, 2022, 4:12 PM IST

किन्नौर:किन्नौर जिले के जंगी गांव में चिलगोजे के जंगलों में 11 जून को आग लगी थी. ऐसे में ग्रामीणों ने शुरुआती दौर में खुद आग बुझाने का प्रयास किया था लेकिन भड़कती आग काबू से बाहर होने लगी तो (FIRE IN CHILGOZA FOREST IN JANGI) जिले के अग्निश्मन विभाग, होमगार्ड आईटीबापी, सेना, सीआईएसएफ के जवान, जेएसडबल्यू जलविद्युत परियोजना, टिढोंग परियोजना व स्थानीय ग्रामीण समेत आसपास के ग्राम पंचायत के लोग भी इस आग को बुझाने में जुटे हुए हैं और फिलहाल आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है.


इस विषय में डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि जिले में इन दिनों काफी सूखा पड़ा हुआ है. ऐसे में जंगी के जंगलों में लगी आग की रफ्तार भी काफी तेज हुई. जिसमें चिलगोजे के पेड़ व अन्य वन सम्पदा को भारी नुकसान हुआ है. जिसके आंकलन के लिए सबंधित विभाग को जल्द भेजा जाएगा क्योंकि अभी जंगल में कुछ हद तक ही आग पर काबू पाया गया है. अभी भी जंगल के कुछ हिस्सों में आग भड़की हुई है जिसे बुझाने के लिए करीब सात एजेंसियों समेत ग्रामीण भी लगे हुए हैं और प्रशासन भी इस आगजनी के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहा है.

डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक
उन्होंने कहा कि जंगी के चिलगोजे के बहुत बड़े हिस्से में आग लगने से लाखों का नुकसान हुआ है. ऐसे में जब तक आग पर काबू नहीं पाया जाता तब तक प्रशासन लगातार ग्रामीणों की मदद के लिए खड़ा रहेगा. उन्होंने जिले के लोगों से आग्रह भी किया है कि जंगलों में आग न लगाएं. बता दें कि जंगी गांव चिलगोजे के (FIRE IN CHILGOZA FOREST IN JANGI) सबसे बड़े जंगल के लिए जाना जाता है. जहां पर हर वर्ष करोड़ों के हिसाब से चिलगोजे की फसल तैयार होती है. यहां ग्रामीणों की आय का मुख्य साधन सेब के अलावा चिलगोजा माना जाता है. चिलगोजा एक प्राकृतिक पेड़ है जिसे काला सोने के (CHILGOZA FOREST IN JANGI VILLAGE) नाम से भी जाना जाता है. ऐसे में चिलगोजे के जंगल में आग लगने से ग्रामीणों को भारी नुकसान हुआ है. ये भी पढ़ें: किन्नौर: जंगी गांव में चिलगोजे के जंगलों में लगी आग, लाखों की वन संपदा जलकर राख

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