CM जयराम ठाकुर ने जलोड़ी पास में सुरंग निर्माण के लिए केंद्र को पत्र लिखा
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि एनएच-305 स्ट्रेच एक सिंगल लेन कैरिज-वे है, जो खराब स्थिति में होने के कारण दुर्घटना संभावित है. उन्होंने कहा कि जलोड़ी दर्रा वर्ष में लगभग 5 महीने तक बर्फ से घिरा रहता है और इन क्षेत्रों के लोगों की आवाजाही बुरी तरह से प्रभावित होती हैं.
शिमलाः केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री ने निवेदन किया है कि सैंज-औट राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-305 को जलोड़ी पास में सुरंग निर्माण किया जाए. साथ ही सड़क को स्तरोन्नत करने का भी आग्रह किया है.
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि एनएच-305 स्ट्रेच एक सिंगल लेन कैरिज-वे है, जो खराब स्थिति में होने के कारण दुर्घटना संभावित है. उन्होंने कहा कि जलोड़ी दर्रा वर्ष में लगभग 5 महीने तक बर्फ से घिरा रहता है और इस अवधि के दौरान रामपुर-किन्नौर से कुल्लू-मनाली तक लोगों की आवाजाही बुरी तरह से प्रभावित होती हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में जलोड़ी दर्रे में लगभग 4.20 किलोमीटर लंबी सुरंग के निर्माण की आवश्यकता है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में यात्री और माल ढुलाई का भार पूरी तरह से सड़कों पर निर्भर है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अधिकांश यातायात राष्ट्रीय राजमार्गों पर निर्भर है, ऐसी परिस्थितियों में इन मार्गों पर बढ़ते हुए यातायातों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए स्तरोन्नत करने की आवश्यकता है.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रदेश में दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं हमीरपुर-मंडी (एनएच-70) और पांवटा साहिब-गुम्मा-फेडस (एनएच-707) को मंजूरी देने के लिए केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इन 214 किलोमीटर लंबे राजमार्गों को हिमाचल प्रदेश में ग्रीन नेशनल हाईवे कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाएगा.