हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / city

मंडी में छात्र हुंकार रैली में एबीवीपी ने उठाई मांग, शीतकालीन सत्र में लाया जाए विश्वविद्यालय का बिल

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मंडी में प्रदेश विश्वविद्यालय शीघ्र (Mandi cluster University) बनाने के लिए मोर्चा खोल दिया है. मंडी में क्षात्र हुंकार रैली (ABVP Hunkar rally in mandi) के दौरान एबीवीपी ने शीतकालीन सत्र में मंडी में प्रस्तावित विश्वविद्यालय का बिल लाने और इसे पारित करवाने की मांग (abvp demanding state university in mandi) उठाई है. इसके साथ ही एबीवीपी का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो फिर उग्र आंदोलन किया जाएगा.

abvp hunkar rally in mandi
मंडी में एबीवीपी की हुंकार रैली.

By

Published : Dec 8, 2021, 5:12 PM IST

Updated : Dec 8, 2021, 8:04 PM IST

मंडी: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राज्य सरकार से शीतकालीन सत्र में मंडी में प्रस्तावित विश्वविद्यालय (Mandi cluster University) का बिल लाने और इसे पारित करवाने की मांग (abvp demanding state university in mandi) उठाई है. बुधवार को इसी मांग को लेकर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने मंडी में छात्र हुंकार रैली (ABVP Hunkar rally in mandi) निकाली. इस रैली में मंडी और इसके साथ लगते जिलों से आए हजारों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. पूरे शहर का चक्कर काटती हुई यह रैली ऐतिहासिक सेरी मंच पर आकर संपन्न हुई.

एबीवीपी के प्रांत मंत्री विशाल वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने मंडी में विश्वविद्यालय खोलने का सराहनीय और ऐतिहासिक निर्णय लिया है, लेकिन इस निर्णय को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाने की जरूरत है. सरकार को चाहिए कि हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र (winter session of himachal assembly) में इसका बिल पारित करके, आगामी शैक्षणिक सत्र से इसका संचालन शुरू किया जाए. उन्होंने कहा कि एबीवीपी छात्र हितों और शिक्षा में सुधार को लेकर पूरी तरह से प्रयासरत है और किसी भी स्तर पर इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी.

वीडियो.

एबीवीपी ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर सरकार ने इनकी मांग पर गौर नहीं फरमाया तो फिर उग्र आंदोलन किया जाएगा. छात्र हुंकार रैली के दौरान क्षेत्रीय संगठन मंत्री विजय प्रताप, प्रांत संगठन मंत्री गौरव अत्री सहित हजारों कार्यकर्ता मौजूद रहे.

मंडी में एबीवीपी की हुंकार रैली.

ये भी पढ़ें:Climatic Conditions Of Kinnaur: सर्दियों की सफेद आफत से जंग जीतने का हौसला रखते हैं किन्नौर के लोग, ऐसी होती है दिनचर्या

बता दें कि रूसा गाइड लाइन के मुताबिक एक विश्वविद्यालय के तहत 100 से अधिक कॉलेज नहीं होने चाहिए. इतनी अधिक संख्या में शिक्षण संस्थान हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से जुड़े होने की वजह से विश्वविद्यालय के ऊपर छात्रों की परीक्षाएं और परिणाम घोषित करने का अत्याधिक कार्यभार होने की वजह से अनेकों अनियमितताएं भी देखने को मिलती हैं.

मंडी में एबीवीपी की हुंकार रैली.

वहीं, अगर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीजी कक्षाओं में सीटों की बात करें तो सीमित सीटें होने की वजह से भी बहुत सारे छात्र शिमला में दाखिला नहीं ले पाते हैं, जिस कारण मजबूरी में छात्रों को या तो निजी विश्वविद्यालयों में भारी भरकम फीस देकर दाखिला लेना पड़ता है या फिर प्रदेश से बाहर पढ़ाई करने जाना पड़ता है. इस वजह से बहुत से निर्धन परिवारों के विद्यार्थी अपनी पढ़ाई आगे जारी नहीं रख पाते हैं.

मंडी में एबीवीपी की हुंकार रैली.

ये भी पढ़ें:विदेशों से पहुंचे हमीरपुर में 49 लोग होम क्वारंटाइन, आशा वर्कर को दिया गया निगरानी का जिम्मा

Last Updated : Dec 8, 2021, 8:04 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details