सुंदरनगर: नगर परिषद सुंदरनगर में स्वच्छता अभियान की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. भूमिगत कूड़ेदान ओवरफ्लो होने से लोग अपने घरों का कचरा खुले में फेंक रहे हैं. जिससे कई स्थानों पर कचरे के ढेर लगे हुए हैं. हैरानी की बात ये है कि नगर परिषद के सफाई कर्मी रोज उक्त वॉर्डों में कचरा उठाने के लिए जाते हैं, लेकिन अभी तक कई स्थानों से गंदगी नहीं हटाई गई है. ऐसे में कूड़ा-कचरा हवा चलने से इधर-उधर उड़ रहा है.
बता दें कि नगर परिषद में गंदगी बढ़ने का मुख्य कारण शहर में स्थापित अंडरग्राउंड डस्टबिन हैं, क्योंकि डस्टबिन के ओवरफ्लो होने से लोग कचरे को बाहर फेंक रहे हैं. जिससे गंदगी फैल रही है और वातावरण प्रदूषित हो रहा है.
सुंदरनगर नगर परिषद को कूड़ा मुक्त करने के उद्देश्य से नगर परिषद की ओर से शहर में 40 चिन्हित स्थानों पर करीब साढे़ चार करोड़ की लागत से भूमिगत डस्टबिन स्थापित किए गए हैं साथ ही घर-घर से ट्रैक्टर के जरिए कूड़ा उठाया जाता है, लेकिन कई लोग खुले में कूड़ा फेंक रहे हैं.
स्थानीय निवासी योगेन्द्र पाल सेठी ने बताया कि वो हर रोज सुबह-सुबह नहर के किनारे सैर करने जाते है, लेकिन रास्ते में गंदगी होने की वजह से उनको चलने में परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि नगर परिषद द्वारा गंदगी साफ करवाकर सभी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने चाहिए, ताकि खुले में कूड़ा डाल रहे लोगों की पहचान हो सके.
नगर परिषद सुंदरनगर के कार्यकारी अधिकारी अशोक शर्मा ने बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाता है साथ ही ट्रैक्टर के जरिए घर-घर से परिषद कर्मियों द्वारा कूड़ा उठाया जाता है. उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वो खुले में कचरा न फेंके और शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने में सहयोग करें.