धर्मपुर/मंडीः महाराष्ट्र से 18 मई को जिला मंडी के सकलाना पंचायत पुहंचे परिवार ने स्वास्थ्य विभाग पर कोविड-19 के सैंपल समय रहते नहीं लेने का आरोप लगाया है. इस परिवार की एक बेटी संक्रमित निकलने के बाद कोविड केयर सेंटर में ठीक होकर घर लौट चुकी है जबकि अन्य संक्रमित युवक का अभी भी उपचार चल रहा है.
सैंपल को लेकर स्वास्थ्य विभाग और परिवार के सदस्यों में भी कहासुनी भी हो चुकी है. उधर, बात अब स्थानीय प्रशासन तक पहुंच गई है. एसडीएम जफर इकबाल का कहना है कि इस मसले पर परिवार वालों के साथ बात हो चुकी है. बुधवार को सैंपल एकत्र करके जांच के लिए नेरचौक कोविड अस्पताल में भेज दिए जाएंगे.
दूसरी तरफ उपमंडल की सकलाना पंचायत कंटेनमेंट जोन में शामिल है. जिसके कारण सभी गतिविधियां बंद पड़ी हैं. लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उल्लेखनीय है कि इस परिवार को संधोल में संस्थागत क्वारंटाइन किया गया था. कुल 20 लोग महाराष्ट्र से 18 मई को संधोल पहुंचे थे, जिसमें एक ही परिवार के आठ सदस्य हैं.
यह लगाए गए आरोप
कोरोना पॉजिटिव आए युवा के पिता ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग उनके सैंपल नहीं ले रहा है. इससे परिवार सहित पूरा इलाका खौफ में है. उनका परिवार 16 मई को मुंबई से चला और 18 मई को उन्हें संधोल में संस्थागत क्वारंटाइन में रखा गया. एक सप्ताह बाद 25 मई को उनकी बेटी कोरोना पॉजिटिव निकली. बेटी के मंडी कोविड केयर सेंटर ले जाया गया और बाकी को घर भेज दिया गया. जबकि उन्हें घर नहीं भेजना चाहिए था. क्योंकि उनका परिवार कोरोना पॉजिटिव बेटी के साथ रहते हुए उसके संपर्क में था.
पांचवे दिन उनके दोबारा सैंपल लिए गए और उसमें सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई, लेकिन जब बेटी ठीक हुई तो परिवार का एक युवक पॉजिटिव आ गया. जब उन्होंने आशा वर्कर से रिपोर्ट की कापी मांगी तो उन्होंने आगे नंबर दिए, लेकिन किसी ने भी लिखित रिर्पोट की कॉपी उन्होंने नहीं दी.