करसोग: उपमंडल करसोग में कांग्रेस और बीजेपी शासनकाल में आधारशिला रखे जाने के बाद भी मिनी सचिवालय के निर्माण का कार्य अभी फाइलों से बाहर नहीं निकल पाया है. करसोग में एक ही छत के नीचे सभी तरह की सुविधा मिले, इसके लिए सबसे पहले प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के समय वर्ष 2015 में लोगों को मिनी सचिवालय बनाए जाने का सपना दिखाया गया था. इसकी आधारशिला पुराना बाजार में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने 1 मई 2015 को रखी थी. इसके बाद दिसंबर 2017 में सत्ता परिवर्तन के बाद प्रदेश में जयराम ठाकुर के नेतृत्व में बीजेपी सरकार बनी.
ऐसे में करसोग में फिर से कृषि विभाग के फॉर्म हाउस के पास मिनी सचिवालय की आधारशिला रखी गई. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी कृषि विभाग के फॉर्म हाउस के समीप करीब दो साल पहले आधारशिला रखी थी. वहां मिनी सचिवालय का निर्माण कार्य शुरू होना तो दूर बल्कि आधारशिला के लिए लगाई गई पट्टिका भी गायब है.
पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही से करसोग वासियों की जल्द मिनी सचिवालय भवन मिलने की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया है. सभी विभाग एक स्थान पर लाने के लिए सरकार ने मिनी सचिवालय का निर्णय लिया था ताकि लोगों को एक ही छत के नीचे सुविधा मिल सके. ऐसे में सरकार के इस निर्णय पर लोगों ने भी खुशी जताई थी, लेकिन हैरानी की बात है कि दो बार आधारशिला रखे जाने के बाद भी पीडब्ल्यूडी विभाग अभी तक मिनी सचिवालय के भवन निर्माण का कार्य शुरू नहीं कर पाया है.
वहीं, पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिशाषी अभियंता अरविंद भारद्वाज का कहना है कि मिनी सचिवालय के भवन निर्माण के लिए 14.85 करोड़ का एस्टिमेट तैयार किया गया है, जिसका अब जल्द ही टेंडर लगाया जा रहा है. वहीं, पूर्व मंत्री मनसा राम का कहना है कि वीरभद्र सरकार ने करसोग में मिनी सचिवालय की आधारशिला रखी थी, लेकिन इस सरकार ने स्थान ही बदल दिया. अब दो साल हो गए हैं, लेकिन अभी तक काम ही शुरू नहीं हुआ है.
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