हमीरपुरः उपमण्डल भोरंज के अंतर्गत लुदर महादेव पंचायत में डायरिया फैलने से 252 लोग इसकी चपेट में आ गए हैं. वीरवार रात तक 28 ही मरीज अस्पताल पहुंचे थे. लॉकडॉउन के चलते भोरंज में बैड कम होने के कारण 18 ही मरीज अस्पताल में दाखिल हो पाए हैं. मौजूदा समय में अस्पताल में 15 ही बेड्स हैं, जिसमें 18 मरीजों को दाखिल गया है.
लुदर पंचायत में डायरिया के मरीजों की संख्या 252 के पार, IPH विभाग ने खाली किए पानी के टैंक
लुदर पंचायत में डायरिया के मरीज हुए 252 के पार, भोरंज अस्पताल में 15 बेड्स पर 18 मरीज भर्ती. 210 का गांव में जाकर किया स्वास्थय विभाग की टीम ने इलाज, आईपीएच विभाग ने टैंक खाली कर किये साफ. एक लोकल स्कीम को बन्द कर पानी जांच के लिये भेजा.
वहीं, बीमारी के बाद अचानक से भोरंज के उपमण्डल स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की बाढ़ सी आ गई हैं. यहां लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. जोकि शुक्रवार शाम को 252 के पार हो गई है. शुक्रवार को भोरंज अस्पताल व हमीरपुर अस्पताल के डॉक्टरों की दो टीमें बनाई गई, जिन्होंने गांव लुदर, लज्याणी, बगबाड़, खतनाल, छत्र इत्यादि गांवों में जाकर लगभग 210 मरीजों का उपचार किया और उन्हें दवाईयां दी.
इसके अलावा भोरंज अस्पताल में 18 मरीज दाखिल हैं तो 25 मरीजों को उपचार के लिये अस्पताल पंहुचे थे. जिन्हें बेड खाली न होने पर दवाईयां देकर घर भेज दिया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच के लिए आईपीएच विभाग भोरंज को स्वास्थ्य विभाग के बीएमओ डॉ. ललित कालिया ने पानी की जांच के निर्देश दिए थे. जिस पर उन्होंने पानी के टैंकों को खाली कर क्लोरीनयुक्त कर दिया है. डायरिया फैलने से लोग सकते में हैं और लोग अपना इलाज करवाने के लिए उपमण्डल अस्पताल में पँहुच रहे हैं, हालांकि उन्हें आने जाने में भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, बीएमओ डॉ ललित कालिया ने बताया कि शुक्रवार शाम तक 252 मामले डायरिया के आए हैं अस्पताल में 15 बेड है और 18 मरीज भर्ती किये गए हैं. हमीरपुर व भोरंज अस्पताल कि टीमों ने 210 मरीजों की गांव -गांव जाकर इलाज किया. मरीजों को सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं और सबको पानी उबाल कर पीने की सलाह दी जा रही है.
उधर आईपीएच विभाग के एक्सीन ओपी भारद्वाज ने बताया कि सभी टैंकों को खाली कर साफ कर दिया गया है, व सभी को क्लोरीनयुक्त कर दिया गया है .एक लोकल स्कीम को बन्द कर उसका पानी के सैम्पल जांच के लिए भेज दिये गए हैं. सभी ग्रामीणों को भी भंडारित पानी को खाली कर अपनी टंकियां साफ करने की हिदायत दी गई है.