हमीरपुर: प्रदेश के साथ हमीरपुर जिला में कोरोना से मरने वाले लोगों का अंतिम संस्कार अब पैतृक गांव में ही किया जाने लगा है. इसे लेकर सरकार की तरफ से कोई स्पष्ट दिशानिर्देश जारी नहीं किए गए हैं.
कोरोना संक्रमित लोगों का नजदीकी श्मशान घाट में अंतिम संस्कार
पूर्व में आईजीएमसी शिमला और नेरचौक मेडिकल कॉलेज में कोरोना से मरने वाले लोगों का अंतिम संस्कार नजदीकी श्मशान घाट में ही किया जाता था लेकिन अब स्थिति के अनुसार परिजनों से चर्चा करने के बाद प्रशासन पैतृक गांव में भी शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है.
परिस्थिति के अनुसार अंतिम संस्कार करने को लेकर निर्णय: डीसी
डीसी हमीरपुर देवश्वेता बनिक ने कहा कि कोरोना से मरने वाले लोगों का अंतिम संस्कार परिस्थिति के अनुसार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कई बार लोग अपने परिजनों के शवों को पैतृक गांव ले जाने से इंकार कर देते हैं और प्रशासन से ही व्यवस्था के अनुसार अंतिम संस्कार करने की अपील भी करते हैं. ऐसे में प्रशासन और परिजनों के विवेक के आधार पर ही यह निर्णय लिया जाता है.
अंतिम संस्कार करने को लेकर कोई निर्देश नहीं
डीसी हमीरपुर ने स्पष्ट किया है कि यह कार्य स्थिति के अनुसार ही किया जा रहा है. इसके लिए कोई अधिकारिक दिशानिर्देश या आदेश जारी नहीं किए गए हैं. सरकार ने कोरोना प्रोटोकॉल के अंतर्गत महामारी से मरने वाले लोगों का अंतिम संस्कार करने के निर्देश पहले ही जारी किए हैं.
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