धर्मशाला: भारतीय मजदूर संघ प्रदेशभर में इस हफ्ते सरकार जगाओ कार्यक्रम चला रही है, जिसके चलते शुक्रवार को भारतीय मजदुर संघ धर्मशाला इकाई ने केंद्र व राज्य सरकार को डीसी राकेश कुमार प्रजापति के माध्यम से ज्ञापन सौंपा.
भारतीय मजदूर संघ का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान श्रमिकों को लेकर जो फैसले लिए हैं, वो जन विरोधी हैं. ऐसे में भारतीय मजदूर संघ कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेशभर में जिलाधीशों के जरिए पीएम मोदी और राज्य सरकार को ज्ञापन भेजा जा रहा है.
भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष मदन राणा ने बताया कि आज पूरे प्रदेश समेत देश में भारतीय मजदूर संघ इस हफ्ते सरकार जगाओ कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसके तहत डीसी को ज्ञापन सौंपकर आशा कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी बनाने और उनका वेतन बढ़ाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान आशा वर्कर्स ने बहुत अच्छा काम किया है. इसके लिए उन्हें सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर सुविधा मुहैया करवाई जाए.
वहीं भारतीय मजदूर संघ का भाजपा से जुड़ाव पर मदन राणा ने बताया कि वैचारिक रूप से मजदूर संघ का बीजेपी से नजदीकी संबंध है, लेकिन ये पूर्ण रूप से गैर राजनैतिक संगठन है. उन्होंने कहा कि 1950 में मजदूरों के हितों को ध्यान मे रखते हुए इस संगठन की स्थापना की गई थी. वहीं, उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर इस महीने के अंत तक सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया, तो संगठन सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करेगा.
ये भी पढ़ें:NSUI का गांधी चौक पर विरोध प्रर्दशन, HRD मंत्री का जलाया पुतला