बिलासपुर: शारदीय नवरात्र का आज से आरंभ हो गया है. मां दुर्गा की उपासना के नौ दिनों में माता के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है. पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है. मां शैलपुत्री को पर्वतराज हिमालय की पुत्री माना जाता है. मान्यता है कि मां शैलपुत्री की जो भी श्रद्धालु पूरी श्रद्धा, आस्था और सच्चे मन से पूजा करता है, मां शैलपुत्री उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं और उन्हें मनवांछित फल देती हैं.
नवरात्र के पहले दिन सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है. माता श्री नैना देवी के दरबार में देवी मां के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं. पंजाब, हिमाचल, दिल्ली समेत अन्य प्रदेशों से भी श्रद्धालु मां नैना देवी के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. शारदीय नवरात्र के उपलक्ष्य पर माता श्री नैना देवी के दरबार को दुल्हन की तरह सजाया गया है.
कोविड-19 महामारी के बीच एहतियात बरतते हुए इस बार भी नवरात्र मेला में 'नो मास्क नो दर्शन' नियम सख्ती से लागू होगा. मेले के दृष्टिगत सभी विभागों विद्युत, पेयजल, चिकित्सा, परिवहन, लोक निर्माण विभाग, नगर परिषद ने तैयारियां पूर्ण कर ली है. मेले के दौरान कानून व्यवस्था सुचारू रखने के लिए लगभग 700 पुलिस होमगार्ड के जवान और महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. जबकि मंदिर न्यास ने अतिरिक्त व्यवस्थाओं के लिए लगभग 100 कर्मचारी आस्थाई तौर पर नियुक्त किए हैं. हालांकि, नवरात्रि के दौरान इस बार भी मंदिर में नारियल और कड़ाह प्रसाद चढ़ाने पर मनाही रहेगी.