बिलासपुर: 23 अक्टूबर को नवरात्रि की सप्तमी तिथि है. सप्तमी की तिथि में मां कालरात्रि की पूजा की जाती है. नवरात्रि की सप्तमी तिथि को विशेष माना गया है. मां कालरात्रि ने असुरों को वध करने के लिए ये रूप लिया था. मान्यता है कि सप्तमी की तिथि पर विधि विधान से पूजा करने से मां प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को आर्शीवाद प्रदान करती हैं.
प्रदेश के मंदिरों में श्रद्धालु नवरात्रि में माता की पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं. विश्व विख्यात शक्ति पीठ श्री नैना देवी में प्रदेश सहित पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी बिहार और अन्य प्रदेशों से श्रद्धालु सुबह से ही माता के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. शुक्रवार को ही अष्टमी भी शुरू हो गई है जिसके कारण मंदिर में भक्तों का तांता लग गया है.
कोरोना महामारी के कारण मंदिर में हवन यज्ञ और कन्या पूजन करने पर प्रतिबंध है लेकिन उसके बावजूद श्रद्धालु नवरात्रों के मौके पर माता के दीदार के लिए मंदिर में पहुंच रहे हैं. जिला प्रशासन और मंदिर न्यास ने श्रद्धालुओं की सुवीधा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं. श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मंदिर में भेजा जा रहा है.