बिलासपुर: पुलिस के खिलाफ दलिग संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है. बिलासपुर के चंपा पार्क में दलित संगठन के लोगों ने धरना प्रदर्शन कर पूरे शहर में एक विरोध रैली भी निकाली. इसके बाद उन्होंने उपायुक्त बिलासपुर रोहित जम्वाल के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्यपाल और पुलिस उपनिदेशक को ज्ञापन भी भेजा है.
दरअसल, कुछ महीने पहले एक नाबालिग लड़की के साथ हुए दुष्कर्म मामले में स्वारघाट पुलिस और महिला थाना बिलासपुर के कर्मचारियों ने जांच के दौरान पीड़िता से बदतमीजी और उसके साथ मारपीट के आरोप लगे हैं.
ऐसे में दलित समुदाय की बेटी होने के नाते प्रदेश भर के दलित समाज के लोग एकत्रित हो गए हैं. दलित समुदाय के लोग एसपी दिवाकर शर्मा से मांग उठा रहे हैं कि जिन पुलिस कर्मियों ने नाबालिग के साथ मारपीट की है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
वहीं, प्रदर्शन करते हुए उन्होंने यह भी कहा है कि कुछ समय पहले नाबालिग पीड़िता की मां ने भी पुलिस को इस संदर्भ में शिकायत दी थी लेकिन फिर भी पुलिस ने कोई जांच नहीं की और न ही कोई एफआईआर दर्ज की गई है. उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस अधिकारी अपने कर्मचारियों को बचाने के चक्कर में उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं कर रहे है.
वहीं, जिला गुरू रविदास कमेटी के अध्यक्ष टीडी बंसल ने बताया कि उन्होंने एसपी बिलासपुर को ज्ञापन भी सौंपा था. उन्होंने कहा कि पुलिस की बरती जा रही ऐसी लापरवाही के चलते पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर हिमाचल सरकार इस संदर्भ में कोई कार्रवाई नहीं करता है तो प्रदेशभर में दलित समुदाय के लोग धरना प्रदर्शन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी हिमाचल सरकार सहित पुलिस प्रशासन की होगी.
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