बिलासपुर: समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने जिला अस्पताल बिलासपुर में शिशु पालना केंद्र स्थापित किया है. यह शिशु पालना केंद्र नवजात बच्चों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है. इस शिशु पालना केंद्र के खुलने से नवजात शिशुओं की मृत्यु दर में कमी आएगी.
बिलासपुर अस्पताल में स्थापित हुआ शिशु पालना केंद्र, होंगी ये व्यवस्थाएं
बिलासपुर अस्पताल में शिशु पालना केंद्र स्थापित किया गया है. शिशु पालना केंद्र में लोग अपने अनचाहे बच्चे को अपनी पहचान बताए बिना वहां रख सकते हैं.
इस पालना केंद्र में असुरक्षित स्थान पर छोड़े जाने वाले बच्चों के लिए सुरक्षा और भरण पोषण स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने की समुचित व्यवस्था की जाएगी. बता दें कि इस शिशु पालना केंद्र के साथ ही एक घंटी लगाई गई है. पालना घर में बच्चा रखने के बाद ये बैल 5 मिनट बाद जाकर कंट्रोल रूम में बजेगी.
इसके बाद स्टाफ नर्स आकर उस बच्चे को लेकर जाएगी. गौरतलब है कि इन पालक केंद्रों में ऐसे लोग अपने अनचाहे बच्चे को अपनी पहचान छुपाकर पालने में रख सकते हैं. महिला एवं बाल विकास इन नवजातों का पालन पोषण शिमला में मौजूद शिशु गृह में करेगी और शिशु गृह में बच्चों को गोद लेने के लिए आवेदन करने वालों को इन बच्चों को सौंपेगा.