बिलासपुर:साल 2018 में डेंगू ने स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल कर रख दी थी. कागजों पर सब काम नजर आया, लेकिन जब डेंगू के मामले लगातार बढ़े तो जमीन पर कुछ नहीं. यही कारण रहा कि साल 2018 में 2008 डेंगू के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों सहित सरकार के कान खड़े कर दिए थे. उसके बाद स्वास्थ्य विभाग साल दर साल डेंगू को लेकर काफी समय पहले से तैयारियां शुरू कर रहा (preparations for dengue) है.
2 फॉगिंग मशीन खरीदेगा विभाग:स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से निपटने के लिए दो नई फॉगिंग मशीन खरीदेगा, ताकि पूरे शहर में फॉगिंग बेहतर तरीके से समय-समय पर होती रहे. इसको लेकर डीसी की अध्यक्षता में हुई बैठक में नगर परिषद, लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभागों को दिशा-निर्देश जारी किए गए. विभागों को कहा गया है कि अपने-अपने स्टोर में रखे गए सामानों में पानी इक्ठ्ठा नहीं होने दे. अगर किसी विभाग में डेंगू का लार्वा पाया जाएगा तो कार्रवाई की जाएगी. वहीं, जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट किया गया है.
हल्के लक्षण पर होगी जांच: स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों को डेंगू के प्रति अलर्ट कर दिया गया. चिकित्सकों को आदेश जारी किए गए कि किसी भी मरीज में अगर हल्का सा भी लक्षण पाया जाता है तो उसको प्राथमिकता के आधार पर डेंगू यानि एलाइजा टेस्ट कराने को कहा जाए. स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू बीमारी से संबंधित दवाइयां भी उपलब्ध कराई गई है.
आइसोलेशन वार्ड बनेगा:जिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग जल्द हीआइसोलेशन वार्ड स्थापित करेगा. इस वार्ड में डेंगू से ग्रसित मरीजों को रखा जाएगा. जिसमें डेंगू बीमारी से संबंधित सभी दवाइयां रखी जाएगी और यहां पर स्टाफ नर्स से लेकर विशेषज्ञों की 24 घंटे तैनाती रहेगी.