लॉकडाउन में दोगुना हुई मनरेगा में मजदूरों की संख्या, अनलॉक के बाद फिर घटे आंकड़े
चंडीगढ़: साल 2020 ने पूरी दुनिया को कुछ ऐसे अनुभव दिए कि कोई नहीं भुला सकता. भारत में कोरोना संक्रमण की वजह से लगे लॉकडाउन ने हर किसी के जीवन पर जबरदस्त असर डाला और सबसे ज्यादा असर हुआ प्रवासी मजदूरों को. उद्योग धंधे चौपट होने की वजह से भारत देश में दुनिया का सबसे बड़ा पलायन शुरू हुआ. प्रवासी मजदूर अपनी कार्यभूमि को छोड़ घर की तरफ पलायन करने लगे. ऐसे में इन बेरोजगार मजदूरों के लिए संकट मोचन बनी मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी) योजना. इस बात का प्रमाण हरियाणा में भी देखने को मिला.
Last Updated : Jan 4, 2021, 8:09 PM IST