'अगर भारत सरकार समय रहते सख्त हिदायतें जारी करती तो छात्र पहले ही यूक्रेन से निकल जाते'
चंडीगढ़: यूक्रेन में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. बहुत से भारतीय छात्र अभी भी वहां फंसे हुए हैं. हालांकि कुछ छात्र भारत पहुंच चुके हैं. चंडीगढ़ के सौरभ उपाध्याय पिछले 4 सालों से यूक्रेन में रह रहे थे, लेकिन युद्ध के बाद वहां फंस गए. वीरवार को वो चंडीगढ़ सकुशल चंडीगढ़ (Saurabh Upadhyay returned from Ukraine) पहुंचे. ईटीवी भारत से बात करते हुए सौरभ ने बताया कि वो 4 साल से यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे. युद्ध के बाद वहां हालात खराब हो गए. यूक्रेन में हर तरफ बम फटने की आवाज आ रही थी. खतरा इतना था कि बम कहीं भी गिर सकता था. बार-बार सायरन बज रहे थे. जब भी उनके आसपास कोई सारण बज था. वो तुरंत बंकर में जाकर छिप जाते और फिर काफी देर तक वहीं पर छिपे रहते. सौरव ने कहा कि सरकार ने छात्रों को जरूरी दिशा निर्देश देने में देरी कर दी. अगर भारत सरकार समय रहते सख्त हिदायतें जारी करती तो शायद छात्र पहले ही वहां से निकल जाते. सौरभ ने कहा कि यूक्रेन की सरकार वहां पर पैसे छात्रों का बहुत सहयोग कर रही है. छात्रों को वहां से निकालने के लिए ट्रेनें और बसें भी चलाई जा रही हैं. जो छात्रों को सीमावर्ती इलाकों तक पहुंचा रही हैं, ताकि वहां से उन्हें रेस्क्यू किया जा सके.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:18 PM IST