यमुनानगर:टैलेंट किसी सुविधा और उम्र का मोहताज नहीं होता. भारत युवाओं का देश है और हमारे देश के युवा वर्ग में टैलेंट की कोई कमी नहीं है, बस कुछ नया और अलग करने का जज्बा होना चाहिए. वो कहते हैं न कि थक हारकर न रुकना ऐ मंजिल के मुसाफिर, मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आएगा.
13 साल के अक्षय ने दिखाया कमाल
कुछ ऐसा ही जज्बा यमुनानगर के 13 साल के बच्चे अक्षय ने कर दिखाया है. अक्षय का फुटबॉल नेशनल अंडर-14 टीम चयन हुआ है. अक्षय का कहना है कि वो पांचवी क्लास से फुटबॉल खेल रहे हैं. 3 बार तो स्टेट लेवल पर खेल चुके हैं और राष्ट्रीय स्तर की एकेडमी में भी इनका चयन हो चुका है.
पिता को बताया रोल मॉडल
अक्षय ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने पिता को देते हुए कहा कि वो उनके रोल मॉडल हैं. उन्होंने फुटबॉल में करियर बनाने के लिए मुझे प्रेरित किया और अब तक वह मुझे हौसला देते हैं, मेरी हिम्मत बढ़ाते हैं.
रोनाल्डो से प्रेरित हैं अक्षय
वहीं अक्षय के पिता राजीव मेहता ने बताया कि उनका बच्चा रोनाल्डो से प्रेरित है. जिसे देखकर उसने भी फुटबॉल खेलने की ठानी और तब से पूरी मेहनत और लगन से वो इस खेल को खेल रहा है. अक्षय के पिता का कहना है कि वो चाहते हैं कि उनका बेटा देश का नाम रोशन करे. जिसके लिए वो हमेशा उसे सपोर्ट करेंगे और खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.